"हिन्दी साहित्य का इतिहास": अवतरणों में अंतर

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=== अपभ्रंश का अस्त तथा आधुनिक हिन्दी का विकास ===
* '''११८४ ई०''' - [[शालिभद्र सूरि]] रचित '''भरतेश्वर बाहुबलि रास''' २०५ छंदों का आकार में छोटा परंतु शब्द-चयन एवं भाव सभी दृष्टियों से अत्यंत उत्तम काव्य है।<ref> हिंदी साहित्य का बृहत् इतिहास, तृतीय भाग, संपादक- पं० करुणापति त्रिपाठी एवं डॉ० वासुदेव सिंह, नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी, संस्करण-1983, पृष्ठ-320.</ref> पुष्ट तर्कों से यही हिंदी की पहली रचना सिद्ध होती है।<ref>हिन्दी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास, प्रथम खण्ड, डॉ० गणपतिचन्द्र गुप्त, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद, संस्करण-2001, पृ०-67-70.</ref>
* '''१२५३-१३२५''' - [[अमीर ख़ुसरो]] की पहेलियों तथा मुकरियों में "हिन्दवी" शब्द का सर्वप्रथम उपयोग।
* '''१३७०''' - "हंसाउली" (हंसावली) के कवि असाइत ने प्रेम कथाओं की शुरुआत की।