"सामवेद संहिता": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 15:
 
 
जिस प्रकार से ऋग्वेद के मंत्रों को ''ऋचा'' कहते हैं और यजुर्वेद के मंत्रों को ''यजूँषि'' कहते हैं उसी प्रकार सामवेद के मंत्रों को ''सामानि'' कहते हैं । ऋगवेद में साम या सामानि का वर्णन २१ स्थलों पर आता है (जैसे ५.४४.१४, १.६२.२, २.२३.१७, ९.९७.२२)
 
== विषय==