"सिरसा": अवतरणों में अंतर
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जीटीएम और शूगर मिल समेत अन्य अनेक औद्योगिक इकाईयों का लुप्त हो जाना क्षेत्रवासियों के लिए उदासीनता का विषय है। युवाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु औद्योगिक सफर में जिले की तरक्की के लिए प्रशासन एवं सरकार द्वारा पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। कुल मिलाकर जहां एक ओर सरकार तथा प्रशासन ने सिरसा में चहुंमुंखी विकास का प्रयास किया है, वहीं भिन्न-भिन्न राजनैतिक विचार धारा और भिन्न-भिन्न धार्मिक आस्थाओं के बावजूद यहां की शांतिप्रिय जनता ने भी सिरसा की प्रगति में एक अहम भूमिका निभाई है। आशा की जानी चाहिए कि भविष्य में भी इस क्षेत्र के वासी परस्पर प्रेम और सहयोग की भावना से शहर की उन्नति में अपना योगदान देते रहे
इसके साथ रेजीडेन्शियल सैक्टर में भी रीयल एस्टेट और टाऊनशिप में भी सिरसा के बढ़ते कदम साफ दिखाई दे रहे हैं। ईरा ग्रुप, ग्लोबल स्पेस तथा हुड्डा सैक्टर व शहर की प्राईवेट कॉलोनियां डेवैलप्मैंट में पूरा योगदान कर रहे हैं। इससे सिरसा में प्रोपर्टी डीलरों की बाढ़ सी आ गई लगती है। खेल और साहित्य के क्षेत्र में सिरसा ने बहुत तरक्की की है। खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी सरदारा सिंह (संतनगर) और हरप्रीत सिंह जैसे धुरंधर खिलाड़ी दिए हैं, जो सिरसा ही नहीं, देश व एशिया के लिए गौरव की बात है, क्योंकि वल्र्ड इलेवन टीम में शामिल होने वाला सरदारा सिंह एशिया महाद्वीप का एकमात्र खिलाड़ी है। वो वर्ष 2008 में भारतीय टीम का कप्तान भी रहा है। रस्साकशी में जिले के गांव हरिपुरा की टीम सात बार राष्ट्रीय चैंपियन रह चुकी है। वर्ष 2011 में सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा में देश में टॉप रहने वाली डेरा सच्चा सौदा में अध्ययन कर रही गुरअंश ने 2010 में फरीदाबाद में शूटिंग में स्वर्ण पदक जीतकर सिरसा का नाम रोशन किया है।
== सन्दर्भ ==
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