"उत्प्रेरण": अवतरणों में अंतर
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जब किसी [[रासायनिक अभिक्रिया]] की गति किसी पदार्थ की उपस्थिति मात्र से बढ जाती है तो इसे '''उत्प्रेरण''' (Catalysis) कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ जाती है उसे '''उत्प्रेरक''' (catalyst) कहते हैं। उत्प्रेरक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल क्रिया की गति को प्रभावित करता है।
औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण रसायनों के निर्माण में उत्प्रेरकों की बहुत बड़ी भूमिका है, क्योंकि इनके प्रयोग से अभिक्रिया की गति बढ जाती है जिससे अनेक प्रकार से आर्थिक लाभ होता है और उत्पादन तेज होता है। इसलिये उत्प्रेरण के क्षेत्र में अनुसंधान के लिये बहुत सा धन एवं मानव श्रम लगा हुआ है।. MnO²
उदाहरण:- वनस्पति तेल + H²O ————≥ वनस्पति घी
== परिचय ==
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