"चैत्र": अवतरणों में अंतर
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चैत्रो (चैत्र) बंगाली पंचांग की आखरी मास भी मानी गयी है
इस मास को अंग्रेजी पंचांग में मध्य (20से22)मार्च से मध्य अप्रैल तक( लगभग
अमावस्या के पश्चात् चन्द्रमा जब मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रकट होकर प्रतिदिन एक-एक कला बढ़ता हुआ 15 वें दिन चित्रा नक्षत्र में पूर्णता को प्राप्त करता है, तब यह मास "चित्रा" नक्षत्र के कारण 'चैत्र' कहलाता है।
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