"संयुक्त राष्ट्र": अवतरणों में अंतर

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२०१५ में [[भोपाल]] में हुए [[विश्व हिंदी सम्मेलन]] के एक सत्र का शीर्षक ‘विदेशी नीतियों में हिंदी’ पर समर्पित था, जिसमें हिंदी को संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा में से एक के तौर पर पहचान दिलाने की सिफारिश की गई थी। हिन्दी को अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर प्रतिष्ठित करने के लिए फरवरी 2008 में [[मॉरीसस|मॉरिसस]] में भी [[विश्व हिंदी सचिवालय]] खोला गया था।
 
संयुक्त राष्ट्र अपने कार्यक्रमों का [[यूसंयुक्त एनराष्ट्र रेडियो]] [http://www.unmultimedia.org/radio/hindi/about/ वेबसाईट] पर हिंदी भाषा में भी प्रसारण करता है। कई अवसरों पर भारतीय नेताओं ने यू एन में हिंदी में वक्तव्य दिए हैं जिनमें १९७७ में [[अटल बिहारी वाजपेयी]] का हिन्दी में भाषण, सितंबर, 2014 में 69वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री [[नरेन्द्र मोदी]] का वक्तव्य, सितंबर 2015 में संयुक्त राष्ट्र टिकाऊ विकास शिखर सम्मेलन में उनका संबोधन, अक्तूबर, 2015 में विदेश मंत्री [[सुषमा स्वराज]] द्वारा 70वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधन <ref>[http://punjabkesari.com/editorial/sushmas-memorial-speech-after-atal-ji/ अटल जी के बाद सुषमा का यादगारी भाषण]</ref>और सितंबर, 2016 में 71वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को विदेश मंत्री द्वारा संबोधन शामिल है।
 
== उद्देश्य ==