"अहिल्या": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: आंशिक वर्तनी सुधार।
पंक्ति 19:
ब्रह्मा द्वारा रचित विश्व की सुन्दरतम स्त्रियों में से एक अहल्या की कथा मुख्य रूप से [[इन्द्र]] द्वारा इनके शीलहरण और इसके परिणामस्वरूप गौतम द्वारा दिये गए शाप का भाजन बनना तथा [[राम]] के चरणस्पर्श से शापमुक्ति के रूप में है।
 
हिन्दू परम्परा में इन्हें, सृष्टि की पवित्रतम पाँच कन्याओं, [[पंचकन्या|पञ्चकन्याओंपंचकन्याओं]] में से एक गिना जाता है और इन्हें प्रातः स्मरणीय माना जाता है। मान्यता अनुसार प्रातःकाल इन पंचकन्याओं का नाम स्मरण सभी पापों का विनाश करता है।
 
==नाम==
पंक्ति 42:
<poem>
'''संस्कृत श्लोक'''
{{IAST|अहल्या द्रौपदी सीता तारा मन्दोदरी तथातथा। }}
{{IAST|पञ्चकन्याःपंचकन्याः स्मरेन्नित्यं महापातकनाशिन्याः ॥}}
</poem>
<poem>