"औरंगज़ेब": अवतरणों में अंतर

→‎सत्तासंघर्ष: छोटा सा सुधार किया।, कड़ियाँ लगाई
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
छो बॉट: आंशिक वर्तनी सुधार।
पंक्ति 44:
औरंगज़ेब के शासन में [[मुग़ल साम्राज्य]] अपने विस्तार के चरमोत्कर्ष पर पहुंचा। वो अपने समय का शायद सबसे धनी और शातिशाली व्यक्ति था जिसने अपने जीवनकाल में [[दक्षिण भारत]] में प्राप्त विजयों के जरिये [[मुग़ल साम्राज्य]] को साढ़े बारह लाख वर्ग मील में फैलाया और १५ करोड़ लोगों पर शासन किया जो की दुनिया की आबादी का १/४ था।
 
औरंगज़ेब ने पूरे साम्राज्य पर फ़तवा-ए-आलमगीरी (शरियत या इस्लामी क़ानून पर आधारित) लागू किया और कुछ समय के लिए ग़ैर-मुस्लिमों पर अतिरिक्त कर भी लगाया। ग़ैर-मुसलमान जनता पर शरियत लागू करने वाला वो पहला [[मुसलमान]] शासक था। मुग़ल शासनकाल में उनके शासन काल में उसके दरबारियों में सबसे ज्यादा हिन्दु थेथे। <ref>{{cite web|url=https://scroll.in/article/856178/aurangzeb-was-a-bigot-not-just-by-our-standards-but-by-those-of-his-predecessors-and-peers|title=Aurangzeb was a bigot not just by our standards but also by those of his predecessors and peers}}</ref> और सिखों के [[गुरु तेग़ बहादुर]] को दाराशिकोह के साथ मिलकर बग़ावत के जुर्म में मृत्युदंड दिया गया था।
 
== शुरूआती जीवन ==