"बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह": अवतरणों में अंतर
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Niraj Sahu (वार्ता | योगदान) छोNo edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
Niraj Sahu (वार्ता | योगदान) गैनिमीड, कलिस्टो, आयो और यूरोपा की खोज गैलीलियो गैलिली ने सन् 1610 में की थी टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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[[चित्र:The_Galilean_satellites_(the_four_largest_moons_of_Jupiter).tif|200px|right|thumb|[[बृहस्पति (ग्रह)|बृहस्पति]] के चार सब से बड़े उपग्रह, जिन्हें गैलिलीयाई चन्द्रमा भी कहा जाता है - (बाएँ से दाएँ) [[आयो (उपग्रह)|आयो]], [[यूरोपा (उपग्रह)|यूरोपा]], [[गैनिमीड (उपग्रह)|गैनिमीड]] और [[कलिस्टो (उपग्रह)|कलिस्टो]]]]
हमारे [[सौर मण्डल]] के पाँचवे ग्रह [[बृहस्पति (ग्रह)|बृहस्पति]] के 67 ज्ञात [[प्राकृतिक उपग्रह|उपग्रह]] हैं जिनकी [[कक्षा (भौतिकी)|परिक्रमा की कक्षाएँ]] परखी जा चुकी हैं और स्थाई पायी गयी हैं।<ref name=shep-main>{{cite web|url=http://www.dtm.ciw.edu/users/sheppard/satellites/ |title=The Giant Planet Satellite and Moon Page|author=Sheppard, Scott S.|publisher=Departament of Terrestrial Magnetism at Carniege Institution for science|accessdate=2008-08-28}}</ref> यह संख्या सौर मण्डल के किसी भी अन्य ग्रह से अधिक है।<ref>{{cite web|url=http://ssd.jpl.nasa.gov/?bodies|title=Solar System Bodies|publisher=JPL/NASA|accessdate=2008-09-09}}</ref> इन उपग्रहों में से चार चन्द्रमा काफी बड़े आकार के हैं - [[गैनिमीड (उपग्रह)|गैनिमीड]], [[कलिस्टो (उपग्रह)|कलिस्टो]], [[आयो (उपग्रह)|आयो]] और [[यूरोपा (उपग्रह)|यूरोपा]]। इनकी खोज [[गैलीलियो गैलिली]] ने सन्
== इन्हें भी देखें ==
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