"ए॰ आर॰ रहमान": अवतरणों में अंतर

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| Goldenglobeawards = '''[[गोल्डन गोब अवार्ड|सर्वश्रेष्ठ मूल गीत]]'''<br /> 2009 ''[[स्लमडॉग मिलेनियर]]''
| Academy Oscar Awards = '''[[ऑस्कर पुरस्कार|सर्वश्रेष्ठ मूल गीत]]''' <br /> 2009 ''[[स्लमडॉग मिलेनियर]]''
}}'''अल्लाह रक्खा रहमान''' हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार हैं। इनका जन्म [[६ जनवरी]] [[१९६७]] को [[चेन्नई]], [[तमिलनाडु]], [[भारत]] में हुआ। जन्म के उपरांतजन्मतः उनका नाम ए.‘अरुणाचलम् एस.शेखर दिलीप दिलीपकुमारकुमार मुदलियारमुदलियार’ रखा गयागया। था,धर्मपरिवर्तन जिसेके बादपश्चात मेंउन्होंने अल्लाह रक्खा रहमान यह नाम बदलकरधारण वेकिया। ए. आर. रहमान बनें।उसीका सुरोंसंक्षिप्त केरूप है। बादशाहस्वरसम्राट रहमान ने अपनी मातृभाषा तमिऴ के अलावाअतिरिक्त हिंदी औरतथा कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी संगीत दिया है। टाइम्स पत्रिका ने उन्हें मोजार्टमोज़ार्ट ऑफ मद्रास की उपाधि दी। रहमान [[गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड]] से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं।<ref>{{cite web |url= http://www.bhaskar.com/2009/01/12/0901120844_golden_globe.html
|title= रहमान का जादू चला जीत लिया गोल्डन ग्लोब अवार्ड|accessmonthday=[[१४ जनवरी]]|accessyear=[[२००९]]|format= एचटीएमएल|publisher=दैनिक भास्कर|language=}}</ref> ए. आर. रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें ब्रिटिश भारतीय फिल्म [[स्लम डॉग मिलेनियर]] में उनके संगीत के लिए तीनदो [[ऑस्कर पुरस्कार|ऑस्कर]] नामांकनपुरस्कार हासिलप्राप्त हुआहुए है।<ref>{{cite web |url= http://epaper.sanmarg.in/SM/SM/2009/01/23/index.shtml
|title= रहमान को आस्कर में तीन नामांकन|accessmonthday=[[23 जनवरी]]|accessyear=[[२००९]]|format= एचटीएमएल|publisher=सन्मार्ग|language=}}</ref> इसी फिल्म के गीत 'जय हो' के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो [[ग्रैमी पुरस्कार]] भी मिले।<ref>[http://www.patrika.com/news.aspx?id=317963 रहमान को ग्रैमी अवार्ड]। पत्रिका। १ फ़रवरी २०१०</ref>
== प्रारंभिक जीवन ==
रहमान को संगीत अपने पिता से विरासत में मिली है|है। उनके पिता आरकेराजगोपाल कुलशेखर (आर. के. शेखर) मलयालीमलयालम फ़िल्मों में संगीत देतेसंगीतकार थे। रहमान ने संगीत की शिक्षा मास्टर धनराज से प्राप्त की|की। मात्र ११ वर्ष की उम्र में अपने बचपन के मित्र शिवमणि के साथ रहमान बैंड रुट्स के लिए की-बोर्ड (सिंथेसाइजर) बजाने का कार्य करते थे। वे इलियाराजाइलैयराजा के बैंड के लिए भी काम करते थे। रहमान को ही चेन्नई के बैंड "नेमेसिस एवेन्यू" केबैंड की स्थापना का श्रेय रहमान को ही जाता है। वे की-बोर्ड, पियानो, हारमोनियम और [[गिटार]] सभीभी बजातेबजा थे।लेते है। वे सिंथेसाइजर को कला और टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम मानते हैं। रहमान जब नौ साल के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी और परिस्थितियाँ इतनी बिगड़ गई कि पैसों के लिए घरवालों को रहमान के पिता के वाद्य यंत्रों को भी बेचना पड़ा। हालातइसी इतने बिगड़ गए किबीच उनके परिवार कोने [[इस्लाम]] अपनानाधर्म पड़ा।अपनाया। बैंड ग्रुप में काम करते हुए ही उन्हें [[लंदन]] के ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक से स्कॉलरशिप भी मिली, जहाँ से उन्होंने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में डिग्री हासिलप्राप्त की।<ref>{{cite web |url= http://hindi.webdunia.com/entertainment/film/articles/0901/13/1090113048_1.htm|title= एआर रहमान : दिल से...|accessmonthday=[[१४ जनवरी]]|accessyear=[[२००८]]|format= एचटीएमए|publisher= वेब दुनिया|language=}}</ref> ए आर रहमान की पत्नी का नाम सायरा बानो है। उनके तीन बच्चे हैं- खदीजा, रहीम और अमन। वे दक्षिण भारतीय अभिनेता राशिन रहमान के रिश्तेदार भी है। रहमान संगीतकार जी वी प्रकाश कुमार के चाचा हैं।<br />
 
== व्यक्तिगत जीवन ==
१२ मार्च १९९५ को चेन्नई में रहमान का सायरा बानो से विवाह संपन्न हुआ। उनके दो बेटीयाँ कत्तिजा, रहीमा और एक बेटा अमीन हैं। रहमान की पत्नी सायरा बानो की सगी बहन के पति, जिनका नाम भी रहमान है, वे एक दक्षिण भारतीय अभिनेता है। रहमान के भाँजे जी. वी. प्रकाश कुमार भी एक प्रतिथयश संगीतकार हैं । वे रहमान की ज्येष्ठ भगिनि ए. आर. रेहाना के सुपुत्र हैं ।
रहमान ने साईरा बानू से शादी की एवं वर्तमान में रहमान जी के तीन बच्चे हैं खातिजा, रहीमा और अमीन। रहमान जी म्यूजिक कंपोजर [[G. V. Prakash Kumar]] के रिश्ते में चाचा लगते हैं, जो की रहमान जी की ज्येष्ठ बहन [[A. R. Reihana]] के पुत्र हैं|
 
== कार्यक्षेत्र ==
[[१९९१]] में रहमान ने अपना खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरु किया। [[१९९२]] में उन्हें फिल्म डायरेक्टर [[मणिरत्नम]] ने अपनी फिल्म [[रोजा]] में संगीत देने का न्यौता दिया। फिल्म म्यूजिकल हिट रही और पहली फिल्म में ही रहमान ने [[फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार]] जीता। इस पुरस्कार के साथ शुरूआरंभ हुआ रहमान की जीत का सिलसिला आज तक जारी है। रहमान के गानों की २०० करोड़ से भी अधिक रिकॉर्डिग बिक चुकी हैं। आज वे विश्व के टॉप टेन म्यूजिक कंपोजर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने [[तहज़ीब (2003 फ़िल्म)|तहजीब]], [[बॉम्बे]], [[दिल से]], [[रंगीला (1995 फ़िल्म)|रंगीला]], [[ताल (1999 फ़िल्म)|ताल]], [[जींस]], [[पुकार]], [[फ़िज़ा (2000 फ़िल्म)|फिजा]], [[लगान (2001 फ़िल्म)|लगान]], [[मंगल पांडे]], [[स्वदेश (2004 फ़िल्म)|स्वदेश]], [[रंग दे बसंती]], [[जोधा अकबर (2008 फ़िल्म)|जोधा-अकबर]], [[जाने तू या जाने ना]], [[युवराज]], [[स्लम डॉग मिलेनियर]], [[गजनी]] जैसी फिल्मों में संगीत दिया है। उन्होंने देश की आजादी की ५०वीं५० वीं वर्षगाँठ पर १९९७ में "वंदे मातरम्‌" एलबम बनाया, जो जबर्दस्तअत्यधिक सफल रहा। भारत बालाभारतबाला के निर्देशन में बनी एलबम "जन गण मन", जिसमें भारतीय शास्त्रीय संगीत से जुड़ी कई नामी हस्तियों ने सहयोग दिया उनका एक और महत्वपूर्ण काम था। उन्होंने स्वयं कई विज्ञापनों के जिंगल लिखे और उनका संगीत तैयार किया। उन्होंने जाने-माने कोरियोग्राफर प्रभुदेवा और शोभना के साथ मिलकर [[तमिल सिनेमा]] के डांसरों का ट्रुप बनाया, जिसने [[माइकल जैक्सन]] के साथ मिलकर स्टेज कार्यक्रम दिए।
 
== मानवीय कार्य ==
रहमान विभिन्न धर्मार्थ कार्यों में शामिल हैं। २ ० ० ४२००४ में रहमान जीको कोविश्व स्वास्थ्य डब्ल्यूएचओसंगठन द्वारा बंद करो टीबी, भागीदारी के वैश्विक राजदूत, एक परियोजना के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने बच्चों, भारत बचाओ सहित दान के लिए समर्थन दिखाया गया है और उनके गीत "हिंदइंडियन महासागरओशन" के लिए यूसुफ इस्लाम के साथ काम किया है।
 
== सम्मान और पुरस्कार ==