"गौरीगंज": अवतरणों में अंतर

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गौरीगंज कस्बे के मध्य में जिलाधिकारी निवास स्थित है। उसी के बगल में ही पुलिस स्टेशन भी स्थित है। कस्बे के पश्चिमी छोर पर तहसील स्थित है। यहां का सरकारी अस्पताल अमेठी रोड पर असैदापुर गांव के पास स्थित है।
 
{{आधार}}
 
1)और यहां से 10km दूर एक छोटे से कस्बे (पहाड़गंज) पूरे रिसाल में श्री अवध नारायण शुक्ल थे।
जो कि बच्चा भेड़ी के नाम से प्रसिद्ध थे।
वे पहाड़गंज से 25 साल लगातार यहाँ के मुखिया (प्रधान) के रूप में बिना किसी स्वार्थ के कार्य किया ।
उसी वजह से आज भी लोग उन्हें याद करते है।
अमेठी के राजा से भी इनका बहुत अच्छा संबंध था ।
राजा साहब इनके यहा अक्सर आया करते थे।
 
2) इसमे उल्टा गढ़ा जो कि एक दार्शनिक स्थल के रूप में है।
3)यहा मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल(मुंशीगंज) में स्थित है।
और यहा HAL यह एक बहुत बड़ी कंपनी है।
जो कि प्लेन के पार्ट बनाती है।
 
यहां से अनेक माँ के सपूतो ने अपने देश के लिए सहीद हुए है।
और यहाँ से करीब 10 km दूर महान कवि मालिक मोहम्मद जायसी का जन्म हुआ था।
उनके नाम पर ही यहा का नाम भी जायस रखा गया ।
और जायसी जी की मुख्य रचनाओं में "पद्मावत" सर्वश्रेस्ठ रचना थी।
इसी पद्मावत काव्य पे ही पद्मावत नाम की एक ट्रेन चलाई गई , जो कि प्रतापगढ़ से दिल्ली को जाती है ।
और हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी दिल्ली से बनारस जाते समय ट्रैन से गौरीगंज के क्रान्तिकारियो से मुलाकात की। और फिर आगे बढ़े।
 
[[श्रेणी:उत्तर प्रदेश के नगर और कस्बे]]