[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 2405:205:A06E:B393:6464:FD07:C061:A4E8 (Talk) के संपादनों को हटाकर [[User:राजू जांग...
टैग: वापस लिया
पंक्ति 44:
 
चोलों के उल्लेख अत्यंत प्राचीन काल से ही प्राप्त होने लगते हैं। कात्यायन ने चोडों का उल्लेख किया है। [[सम्राट अशोक|अशोक]] के अभिलेखों में भी इसका उल्लेख उपलब्ध है। किंतु इन्होंने [[संगमयुग]] में ही दक्षिण भारतीय इतिहास को संभवत: प्रथम बार प्रभावित किया। संगमकाल के अनेक महत्वपूर्ण चोल सम्राटों में करिकाल अत्यधिक प्रसिद्ध हुए संगमयुग के पश्चात् का चोल इतिहास अज्ञात है। फिर भी चोल-वंश-परंपरा एकदम समाप्त नहीं हुई थी क्योंकि रेनंडु (जिला कुडाया) प्रदेश में चोल [[पल्लव वंश|पल्लवों]], [[चालुक्य वंश|चालुक्यों]] तथा [[राष्ट्रकूट वंश|राष्ट्रकूटों]] के अधीन शासन करते रहे।
Shashikant kumar
 
== चोलों का उदय ==