"कुमारसंभवम्": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
2405:204:429A:8772:3AC:55C6:4B81:96E (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 3722639 को पूर्वव... टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
||
पंक्ति 4:
इस महाकाव्य में अनेक स्थलों पर स्मरणीय और मनोरम वर्णन हुआ है। हिमालयवर्णन, पार्वती की तपस्या, ब्रह्मचारी की शिवनिंदा, वसंत आगमन, शिवपार्वती विवाह और रतिक्रिया वर्णन अदभुत अनुभूति उत्पन्न करते हैं। कालिदास का बाला पार्वती, तपस्विनी पार्वती, विनयवती पार्वती और प्रगल्भ पार्वती आदि रूपों नारी का चित्रण अद्भुत है।
यह महाकाव्य 17
== कथा ==
|