"अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह": अवतरणों में अंतर

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* [[मलयालम भाषा|मलयालम]]: ആന്തമാന്‍ നിക്കോബാര്‍ ദ്വീപുകള്‍
 
== नाम ==kaushal goyal
''अण्डमान'' शब्द [[मलय]] भाषा के शब्द ''हांदुमन'' से आया है जो हिन्दू देवता [[हनुमान]] के नाम का परिवर्तित रूप है। ''निकोबार'' शब्द भी इसी भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है ''नग्न लोगों की भूमि''। [[हिन्द महासागर]] में बसा निर्मल और शांत अण्डमान पर्यटकों के मन को असीम आनंद की अनुभूति कराता भारत का एक लोकप्रिय द्वीप समूह है। अण्डमान अपने आंचल में मूंगा भित्ति, साफ-स्वच्छ सागर तट, पुरानी स्मृतियों से जुड़े खण्डहर और अनेक प्रकार की दुर्लभ वनस्पतियां संजोए हैं। सुन्दरता में एक से बढ़कर एक यहां कुल ५७२ द्वीप हैं। अण्डमान का लगभग ८६ प्रतिशत क्षेत्रफल जंगलों से ढका हुआ है। समुद्री जीवन, इतिहास और जलक्रीड़ाओं में रूचि रखने वाले पर्यटकों को यह द्वीप बहुत रास आता है।
 
== इतिहास ==kaushal Agrawal
[[चित्र:Andaman.jpg|right|thumb|250px|अंडमान तट]]
इस द्वीप समूह पर १७ वीं सदी में मराठों द्वारा अधिकार किया गया था। इसके बाद इस पर अंग्रेजों का शासन हो गया और बाद में दूसरे [[विश्वयुद्ध]] के दौरान [[जापान]] द्वारा इस पर अधिकार कर लिया गया। कुछ समय के लिये यह द्वीप [[नेताजी सुभाषचंद्र बोस]] की [[आज़ाद हिन्द फौज]] के अधीन भी रहा था। बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि देश में कहीं भी पहली बार पोर्ट ब्लेयर में ही तिरंगा फहराया गया था। यहां नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने 30 दिसम्बर 1943 को यूनियन जैक उतार कर तिरंगा झंडा फहराया था। इसलिय अंडमान निकोबार प्रशासन की तरफ से 30 दिसम्बर को हर साल एक भव्य कार्यक्रम मनाने की शुरूआत की गई है। जनरल लोकनाथन भी यहाँ के गवर्नर रहे थे। १९४७ में ब्रिटिश सरकार से मुक्ति के बाद यह भारत का केन्द्र शासित प्रदेश बना।