"आपेक्षिकता सिद्धांत": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
छो 2409:4053:682:1736:0:0:C86:48AD (Talk) के संपादनों को हटाकर राजू जांगिड़ के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
पंक्ति 17:
*(२) सामान्य आपेक्षिकता सिद्धांत।
 
विशिष्ट आपेक्षिकता सिद्धांत में भौतिकी के नियम इस स्वरूप में व्यक्त होते हैं कि वे किसी भी [[त्वरण|अत्वरित प्रेक्षक]] के लिए समान होंगे। सामान्य आपेक्षिकता सिद्धांत में भौतिकी के नियम इस प्रकार व्यक्त होते हैं कि वे प्रेक्षक की गति से स्वतंत्र या अबाधित होंगे। विशिष्ट आपेक्षिकता सिद्धांत का विकास १९०५ में हुआ और सामान्य आपेक्षिकता सिद्धांत का विकास १९१५ में हआपेक्षिकता सिद्धांत अथवा सापेक्षिकता का सिद्धांत (अंग्रेज़ी: थ़िओरी ऑफ़ रॅलेटिविटि), या केवल आपेक्षिकता, आधुनिक भौतिकी का एक बुनियादी सिद्धशब्द समूह "रिलेटिव थ्योरी" (जर्मन : Relativtheorie) से लिया गया था जिसमें यह बताया गया है कि कैसे यह सिद्धांत प्रिंसिपल ऑफ रिलेटिविटी का प्रयोग करता है। इसी पेपर के चर्चा संभाग में अल्फ्रेड बुकरर ने प्रथम बार "थ् रिलेटिविटी" (जर्मन : Relativitätstheorie) का प्रयोग किया थाहुआ।
 
== विशिष्ट आपेक्षिकता ==