"गैलिलेयो (अंतरिक्ष यान)": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Galileo Preparations - GPN-2000-000672.jpg|thumb|230px|गैलिलेयो यान निर्मित होते हुए]]
'''गैलिलेयो''' ( या '''गैलिलियो''') एक [[संयुक्त राज्य अमेरिका|अमेरिकी]] [[अंतरिक्ष अन्वेषण|अन्वेषण अंतरिक्ष अन्वेषण यान]] था जो कि [[बृहस्पति]] ग्रह का अन्वेषण करता था।
 
गैलिलेयो (Galileo) [[संयुक्त राज्य अमेरिका|अमेरिकी]] अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था [[नासा]] द्वारा [[अंतरिक्ष शटल]] [[अटलांटिस अंतरिक्ष यान|अटलांटिस]] से भेजा गया [[अंतरिक्ष यान]] था जो हमारे [[सौर मंडल]] के सबसे बड़े ग्रह [[बृहस्पति (ग्रह)|बृहस्पति]] और उसके [[बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह|प्राकृतिक उपग्रहों]] का अध्ययन करने के लिए भेजा गया था। यह परिक्रमा करताकरने वाले ऑर्बिटर प्रकार का था।
 
== अन्वेषण ==
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पृथ्वी के फ्लाइ बाय के तुरंत बाद इसका हाई गेन एंटिना खराब हो गया और पूरा नही खुला।
 
१९९४ में बृहस्पति से शूमेकर-लेवी ९ का टकराव देखा।
 
=== कार्यकाल समाप्ति और नष्ट होना ===
२१ सितम्बर २००३ को नासा के द्वारा इसका कार्यकाल समाप्त घोषित किया गया। क्योंकि बृहस्पति के चंद्रमाओं में समुद्र और जीवन होने की संभावना है, जिनके लिए इस यान पर मौजूद पृथ्वी से आये कीटाणु ख़तरनाक हो सकते थे, इसलिए इस यान को जान-बूझकर बृहस्पति के वायुमंडल में तेज़ीतेज़ गति से भेजकर, जला कर ध्वस्त कर दिया गया।<ref name="ref47quvob">[http://books.google.com/books?id=U4FZp6f6q6MC Introduction to planetary science: the geological perspective], Gunter Faure, Teresa M. Mensing, Springer, 2007, ISBN 978-1-4020-5233-0, ''... The Galileo spacecraft continued to orbit Jupiter for a total of eight years until September 21, 2003, when it was directed to plunge into Jupiter's atmosphere ...''</ref>
== इन्हें भी देखें ==
* [[बृहस्पति (ग्रह)]]