"सूर्य नमस्कार": अवतरणों में अंतर

[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
No edit summary
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 3:
[[चित्र:Surya namaskar.ogv|right | thumb]]
 
[http://www.fitnessandhealthknowledge.com/category/surya-namaskar/ सूर्य नमस्कार] का अर्थ है भगवान सूर्य को उनकी बताई गयी योग मुद्राओ द्वारा प्रसंन करना.'''सूर्य नमस्कार''' योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है। इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है। 'सूर्य नमस्कार' स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धों के
लिए भी उपयोगी बताया गया है।
: '' आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने। ''
पंक्ति 9:
: ''(जो लोग प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, उनकी आयु, प्रज्ञा, बल, वीर्य और तेज बढ़ता है।
 
== [http://www.fitnessandhealthknowledge.com/surya-namaskar-mantra-in-hindi/ सूर्य नमस्कार मंत्र] ==
[[File:SuryaMantra.jpg|Left|thumb|Photo giving details of all 12 Mantras of Surya Namaskar.]]
सूर्य नमस्कार में '''बारह''' [[मंत्र]] उचारे जाते हैं। प्रत्येक मंत्र में सूर्य का भिन्न नाम लिया जाता है। हर मंत्र का एक ही सरल अर्थ है- '''सूर्य को (मेरा) नमस्कार है'''। सूर्य नमस्कार के बारह स्थितियों या चरणों में इन बारह मंत्रों का उचारण जाता है। सबसे पहले सूर्य के लिए प्रार्थना और सबसे अंत में नमस्कार पूर्वक इसका महत्व बताता हुआ एक श्लोक बोलते हैं -