"भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पंक्ति 44:
परिषद इंट्राम्युरल (परिषद के संस्थानों द्वारा सम्पन्न) और एकक़्स्ट्राम्युरल (परिषद से असम्बद्ध संस्थानों द्वारा सम्पन्न) अनुसंधान के माध्यम से देश में जैवआयुर्विज्ञान शोध को बढ़ावा देती है।
 
वर्तमान में इंट्राम्युरल शोध देश भर में स्थित 21 स्थाई शोध संस्थानों/केन्द्रों और 6 क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केन्द्रों के माध्यम से किए जा रहे हैं। परिषद के स्थाई संस्थान [[क्षयरोग]], [[कुष्ठरोग]], [[हैजा]] एवं अतिसारीय रोगों, एड्स सहित विषाणुज रोगों, [[मलेरिया]], [[कालाजार]], रोगवाहक नियंत्रण, पोषण, खाद्य एवं औषध विषविज्ञान, प्रजनन, प्रतिरक्षा रुधिरविज्ञान, अर्बुदविज्ञान, आयुर्विज्ञान सांख्यिकी, आदि विशिष्ट क्षेत्रों में शोधरत हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केन्द्रों द्वारा क्षेत्रीय स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने से संबंद्ध शोध किए जा रहे हैं, साथ-साथ देश के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों मे शोध क्षमताओं को तैयार करना अथवा उन्हें सुदृढ बनाना भी उनका उद्देश्य है।
 
परिषद द्वारा एकक़्स्ट्राम्युरल अनुसंधान को -
पंक्ति 53:
 
:(३) वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित परियोजनाएँ : देश के विभिन्न भागों में स्थित गैर आई सी एम आर संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, आदि के वैज्ञानिकों से वित्तीय सहायता के लिए प्राप्त आवेदनों के आधार फर अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाता है।
 
'''जेआरएफ'''
आईसीएमआर जेआरएफ परीक्षा परिषद के समर्थन के माध्यम से पीएचडी / शोध कार्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया में पहला कदम है। आईसीएमआर जेआरएफ फैलोशिप का परीक्षण 12 केंद्रों पर किया जाता है बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, श्रीनगर और वाराणसी एक वर्ष में एक बार। देशव्यापी प्रवेश नोटिस जारी करने के बाद जेआरएफ का पुरस्कार योग्यता परीक्षा के आधार पर किया जाता है। आमतौर पर मार्च / अप्रैल के दौरान और वेबसाइट पर अंग्रेजी के प्रमुख समाचार पत्रों में प्रवेश नोटिस प्रकाशित किया जाता है। प्रवेश परीक्षा आमतौर पर जुलाई के पहले / दूसरे सप्ताह में आयोजित की जाती है।
 
आईसीएमआर भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सा परीक्षा के माध्यम से जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ) के पुरस्कार के लिए भारतीय राष्ट्रीय उम्मीदवारों की पात्रता निर्धारित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित करता है। सफल पात्र उम्मीदवारों के लिए जूनियर रिसर्च फैलोशिप का पुरस्कार, उच्च शिक्षा और शोध के एक मेडिकल कॉलेज / अस्पताल / विश्वविद्यालय / राष्ट्रीय प्रयोगशाला / संस्था में लागू होने के आधार पर अपने शोध स्थान पर निर्भर करेगा।
 
 
कुल 150 फैलोशिप से सम्मानित किया जाएगा। लाइफ साइंसेज (जैसे माइक्रोबायोलॉजी, फिजियोलॉजी, आणविक जीव विज्ञान, आनुवंशिकी, मानव जीव विज्ञान, जैव सूचना विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जैव रसायन, बायोफिज़िक्स, इम्यूनोलॉजी, फार्माकोलॉजी, जूलॉजी, पर्यावरण विज्ञान, वनस्पति विज्ञान पर जोर देने के साथ जैव-चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में काम करने के लिए 120 फैलोशिप प्रदान किए जाएंगे। , पशु चिकित्सा विज्ञान, जैव-सूचना विज्ञान आदि)। मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, सांख्यिकी, नृविज्ञान, सामाजिक कार्य और स्वास्थ्य अर्थशास्त्र जैसे सामाजिक विज्ञान पर जोर देने के साथ तीस फेलोशिप को काम के लिए सम्मानित किया जाएगा।
 
(आई-मैं) दो अलग-अलग मेरिट सूचियां, जिनमें जीवन विज्ञान के लिए योग्यता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों और दूसरे व्यक्तियों के लिए सामाजिक विज्ञान के लिए योग्यता है, उपरोक्त परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
 
(आई-आईआई) आईसीएमआर के जेआरएफ कार्यक्रम के लिए चुने गए उम्मीदवारों को पीएचडी के लिए खुद को भर्ती करने की अनुमति होगी। यूजीसी / एमसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय का कार्यक्रम हालांकि, जेआरएफ कार्यक्रम का पीएचडी के साथ कोई संबंध नहीं होगा। कार्यक्रम। उम्मीदवार को सम्मानित किया गया फेलोशिप की वैधता छह महीने होगी
 
आईसीएमआर (योजनाओं के तहत नियुक्ति के लिए शर्तों को पूरा करने के लिए) की विभिन्न योजनाओं के तहत जेआरएफ के पदों के लिए विचार करने के लिए एक और 100 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा, जो कि योजना के दौरान होगा। इन जेआरएफ को भी पीएचडी पूरा करने की अनुमति होगी। योजना में काम करते समय, नामांकित होने पर आईसीएमआर द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं में नियुक्ति की वैधता दो साल होगी।
 
अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग / शारीरिक रूप से विकलांग (पीएच) आवेदकों को नीतिगत दिशानिर्देशों के अनुसार विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जेआरएफ के पुरस्कार के लिए योग्य उम्मीदवार आईसीएमआर से फेलोशिप प्राप्त करेंगे।
 
अवधि और उपायों:
फेलोशिप का मौजूदा मूल्य वर्तमान में रु। प्रति माह 25000 / - (केवल पच्चीस हजार रुपये) और एक वार्षिक आकस्मिक अनुदान रु। प्रतिवर्ष 20,000 / -। स्थानीय संस्था संस्था के प्रमुख द्वारा गठित उपयुक्त समीक्षा समिति के जरिए दो साल बाद जेआरएफ के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी। समीक्षा समिति द्वारा सफल मूल्यांकन के बाद साथी को एसआरएफ से सम्मानित किया जा सकता है
 
सफल उम्मीदवारों को पोस्ट द्वारा अधिसूचित किया जाएगा यह सूची आईसीएमआर वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी।
समय में शामिल हो रहे हैं: चयनित उम्मीदवारों को उनके संबंधित पाठ्यक्रम में निर्धारित तिथि पर शामिल होना चाहिए जैसा उनके प्रवेश पत्र में बताया गया है। निर्दिष्ट तिथि से जुड़ने में असफल होने वाले लोगों का चयन स्वचालित रूप से रद्द हो जाएगा।
 
चयन की विधि
 
परीक्षा में 2 घंटे की अवधि के एक पेपर शामिल होंगे। कागज में 2 अनुभाग शामिल होंगे। एपटीट्यूड धारा (धारा ए) के 50 प्रश्न होंगे (i) रोज़मर्रा की जिंदगी में वैज्ञानिक घटनाएं; (ii) विज्ञान में सामान्य ज्ञान; और (iii) सामान्य आँकड़े ये सभी प्रश्न एक प्रश्न के साथ प्रत्येक प्रश्न के साथ अनिवार्य होंगे। विषय विशिष्ट अनुभाग (धारा बी और सी) (बी) लाइफ साइंसेज और (सी) सोशल साइंस से संबंधित होगा। उम्मीदवार दो क्षेत्रों में से किसी एक में प्रश्न का प्रयास कर सकता है अनुभाग बी और सी के प्रत्येक क्षेत्र में 100 प्रश्न होंगे और उम्मीदवार किसी भी 75 प्रश्न अनुभाग बी या सी के पूर्वनिर्धारित क्षेत्र में प्रयास कर सकता है। अभ्यर्थियों को आवेदन पत्र में अनुभाग बी या सी के विकल्प का भी संकेत देना आवश्यक है।
 
प्रत्येक प्रश्न में एक निशान होता है। गलत जवाब के लिए 0.25 अंक चिन्हांकित किया जाएगा। दोनों वर्गों के प्रश्न अंग्रेजी में ही दिखाई देंगे
 
अंतिम परिणाम सामान्य वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए दोनों वर्गों में प्राप्त 55% अंक और एससी / एसटी के लिए 50% और शारीरिक रूप से विकलांगों पर आधारित होगा।
 
परीक्षा निम्नलिखित धाराओं में होगी: (1) एटिबिट्यूड टेस्ट (सभी के लिए आम) (2) लाइफ साइंसेज (3) सोशल साइंसेज लाइफ साइंसेज के अंतर्गत आने वाले विषय में माइक्रोबायोलॉजी, फिजियोलॉजी, आणविक जीव विज्ञान, आनुवंशिकी, मानव पोषण, मानव जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जैव रसायन, जीवोफीजिक्स, इम्यूनोलॉजी, फार्माकोलॉजी, जूलॉजी, पर्यावरण विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, पशु चिकित्सा विज्ञान और जैव-सूचना विज्ञान शामिल हैं। सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत आने वाले विषय में मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, सांख्यिकी, नृविज्ञान, सामाजिक कार्य और स्वास्थ्य अर्थशास्त्र शामिल हैं ..
 
मॉनिटरिंग मैकेनिज़्म: साथी 1 वर्ष के लिए वार्षिक रिपोर्ट और उसके बाद निर्धारित वार्षिक मानक के अनुसार वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। पहली वार्षिक रिपोर्ट फेलोशिप के प्रारंभ होने की तारीख (गाइड के माध्यम से अपने मूल्यांकन के साथ) के 10 महीनों के बाद प्रस्तुत की जानी चाहिए, जो शोध कार्य के पूर्ण तथ्यात्मक विवरण दे रहे हैं। फेलोशिप वर्ष पूरा होने के दो महीने पहले मानक प्रोफार्मा के मुताबिक वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी चाहिए..!
 
== बाहरी कड़ियाँ ==