"जामुन": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पंक्ति 7:
 
== अन्य गुण ==
[[चित्र:Ripe jamun fruits.jpg|300px|thumb|जामुन के पके फल]]‌‌‌‌‌‌जामुन का प्रयोग कई सारी बिमारियों के उपचार मे किया जाता है। गर्मियों के दिनों मे जामुन के सेवन करने से लू नहीं लगती है। यह कैंसर की संभावना को कम करने मे भी काफी मददगार है।
[[चित्र:Ripe jamun fruits.jpg|300px|thumb|जामुन के पके फल]]
 
* जमुन को मधुमेह के बेहतर उपचार के तौर पर जाना जाता है।
=== मधुमेह के उपचार मे ===
* पाचनशक्ति मजबूत करने में जामुन काफी लाभकारी होता है।
जामुन खाने से शुगर के रोगी को फायदा होता है।यह रक्त के अंदर शक्करा की मात्रा को कंट्रोल करता है। डायबिटिज के रोगी को रोजाना जामुन का सेवन करना चाहिए ।रोज 100 ग्राम जामुन का सेवन रोज करना चाहिए जामुन की गुठली ब्लड प्रेसर को नियत्रिंत करने मे काम आती है।
* [[यकृत]] (लिवर) से जुड़ी बीमारियों के बचाव में जामुन रामबाण साबित होता है।
 
* अध्ययन दर्शाते हैं कि जामुन में एंटी[[कैंसर]] गुण होता है।
=== ‌‌‌पेट की समस्याओं को दूर करने मे ===
* [[कीमोथेरेपी]] और रेडिएशन में जामुन लाभकारी होता है।
पेट से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए जामुन फायदे मंद है। रोज सुबह खाना खाने के बाद  जामुन खाने से पेट साफ होता है। पेट के अंदर ऐंठन की समस्या दूर करने के लिए जामुन की छाल का काढा बनाकर पीने से दूर हो जाती है।
* हृदय रोगों, [[मधुमेह|डायबिटीज]], उम्र बढ़ना और [[अर्थराइटिस]] में जामुन का उपयोग फायदेमंद होता है।
 
* जामुन का फल में खून को साफ करने वाले कई गुण होते हैं।
=== ‌‌‌एनिमिया के उपचार मे ===
* जामुन का जूस पाचनशक्ति को बेहतर करने में सहायक होता है।
जामुन हमारे शरीर के अंदर खून की कमी को दूर करते हैं। जिस व्यक्ति के शरीर के अंदर खून की कमी हो उसे जामुन का सेवन करना चाहिए । जामुन के अंदर कैल्शियम पो‌‌‌टेसियम और आयरन पाये जाते हैं। जो हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाते हैं।
* जामुन के पेड़ की छाल और पत्तियां रक्तचाप को नियंत्रित करने में कारगर होती हैं।
 
=== ‌‌‌मसूड़ों के लिए फायदे मंद ===
जामुन के पते मसूड़ों के लिए फायदेमंद हैं। यदि मसूंडों के अंदर खून आता है तो जामून की गुंठली पीस कर नमक के साथ मसूडों पर लगाने से फायदा होता है। यदि मसूड़ों के अंदर सूजन आरही है तो जामुन के पत्तों को उबाल कर कूल्ला करना चाहिए।
 
‌‌‌यदि मूंह के अंदर दूर्गंध आ रही है तो जामून के पत्ते चूसने चाहिए ।
 
=== ‌‌‌लीवर के लिए फायदेमंद ===
यदि लिवर के अंदर किसी प्रकार की समस्या है तो सुबह शाम जामुन का रस पीना चाहिए जिससे लिवर की समस्या ठीक हो जाएगी ।
 
=== ‌‌‌पत्थरी के उपचार के अंदर ===
यदि किसी व्यक्ति को पत्थरी की समस्या है तो जामुन का पाउडर दही के साथ मिलाकर रोज खाने से पत्थरी की समस्या भी दूर हो जाती है।
 
‌‌‌गठीया के उपचार करने मे
 
जिस व्यक्ति को गठिया होता है। उसे जामुन की छाल को पीस कर जोड़ों पर लेप करने से फायदा होता है।
 
=== ‌‌‌त्वचा की रंगत को बढ़ाने मे मददगार ===
जामुन के बीजों का प्रयोग चेहरे के पिंपल्स को हटाने के लिए किया जाता है। बीजों को पीस कर दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर सोने से पहले चेहरे पर लगाएं ऐसा कई दिनों तक करें जिससे चेहरा साफ होगा और चेहरे के दाग दब्बे दूर होंगे ।
 
=== ‌‌‌आवाज को साफ करने मे ===
आवाज को सूरीली बनाने मे भी जामुन मददगार होता है।जामुन का चूर्ण रोज चाटने से आवाज साफ और सूरीली बनती है।
 
=== ‌‌‌बच्चों के लिए फायदे मंद ===
जामुन छोटे बच्चों के लिए भी अच्छे रहते हैं
 
यदि बच्चों को दस्त की समस्या हो तो जामुन की ताजी छाल को पिस कर बकरी के दूध के साथ मिलाकर पीने से लाभ होता है। यदि बच्चे बिस्तर पर पेशाब करते हैं तो जामुन का चूर्ण खिलाने से लाभ होता है।
 
== इन्हें भी देखें ==
 
* [[फलों की सूची]]
 
"https://hi.wikipedia.org/wiki/जामुन" से प्राप्त