"ज्या": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 9:
==इतिहास==
'ज्या' शब्द [[भारत]] से उत्पन्न हुआ और अरब होते हुए यूरोप पहुँचा। इस क्रम में ज्या से अपभ्रंश होकर 'साइन' बन गया। भारत के अनेकों प्राचीन गणितज्ञों ने श्लोक के रूप में ज्या-सारणी प्रस्तुत की जिनमें [[आर्यभट]] (आर्यभटीय), [[भास्कर द्वितीय]] (करणकुतुहल और सिद्धान्तशिरोमणि), [[वराहमिहिर]] (पञ्चसिद्धान्तिका), [[ब्रह्मगुप्त]] (ब्रह्मस्फुटसिद्धान्त), [[श्रीपति]] (सिद्धान्तशेखर), [[वटेश्वर]] (वटेश्वरसिद्धान्त), [[नित्यानन्द]] (सर्वसिद्धान्तराज) तथा [[ज्ञानराज]] (सिद्धान्तसुन्दर) प्रमुख हैं। <ref>[http://www.hamsi.org.nz/p/sanskrit-sine-tables.html Sanskrit Sine Tables]</ref>
==ज्या का ग्राफ==
|