"वैदिक साहित्य": अवतरणों में अंतर

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* [[आरण्यक]] ([[कर्मकाण्ड]] के पीछे के उद्देश्य की विवेचना)
 
जब हम चार वेदों की बात करते हैं तो उससे संहिता भाग का ही अर्थ लिया जाता है। उपनिषद (ऋषियों की विवेचना), ब्राह्मण (अर्थ) आदि मंत्र भाग (संहिता) के .हायकसहायक ग्रंथ समझे जाते हैं। वेद ४ हैं - [[ऋक]], [[साम]], [[यजुः]] और [[अथर्व]]।
 
== वैदिक साहित्य का काल ==