"एडमंड हिलेरी": अवतरणों में अंतर

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== भ्रमण ==
एडमंड हिलेरी ने जीवन में कई आयामों को छुआ और निश्चित ही वे एक बिरले, दुस्साहसी और प्रकृति की चुनौतियों को चुनौती देने वाले शख्स थे। 'सर' एडमंड हिलेरी वे 88 वर्ष के थे। दिवंगत हिलेरी वर्ष 1985-89 तक भारत में न्यूजीलैंड के राजदूत रहे थे। 19 जुलाई 1919 को जन्मे हिलेरी द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पायलट भी रहे लेकिन बाद में उनकी पहचान पर्वतारोही के रूप में बनी। हिलेरी 1958 में राष्ट्रकुल के एक दल के साथ दक्षिणी ध्रुव भी गए थे और 1985 में उत्तरी ध्रुव पर पहुँचे थे। ऊत्तरी ध्रुव पर वे अमरीकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग के साथ एक छोटे स्की विमान में पहुँचे थे। वे पिछले कुछ समय से बीमार थे। न्यूज़ीलैंड के सर्वाधिक लोकप्रिय 'सर' हिलेरी का चित्र न्यूज़ीलैंड के 5 डॉलर के नोट पर भी अंकित किया जाता है। न्यूजीलैंड और विदेशों में कई स्कूलों और संगठनों के नाम उनपर रखे गए। शायद बहुत कम लोगों को पता है कि भारत में दार्जिलिंग के सेंट पाल्स स्कूल में एक प्राथमिक खंड हिलेरी के नाम पर है। उन्होंने 1977 में भारत में गंगा नदी के एक अभियान का भी नेतृत्व किया। हिलेरी ने अपना सारा जीवन कुंभू ग्लेशियर के पास रहने वाले नेपाली शेरपाओं की सेवा में समर्पित कर दिया था। उनके इस योगदान को देखते हुए वर्ष 2003 में उन्हें नेपाल की मानद् नागरिकता प्रदान की गई थी।
 
== पर्वतारोहण का आरंभ ==