"वृंदावनलाल वर्मा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति 106:
इनके उत्कृष्ट साहित्यिक कार्य के लिये [[हिन्दी साहित्य सम्मेलन]] तथा [[आगरा विश्वविद्यालय]] ने इन्हे क्रमशः ‘साहित्य वाचस्पति’ तथा ‘मानद डॉक्ट्रेट’ की उपाधि से विभूषित किया। [[भारत सरकार]] द्वारा उन्हें [[पद्मभूषण]] से अलंकृत किया गया। भारत सरकार ने इनके उपन्यास ‘झांसी की रानी’ को पुरूस्कृत भी किया है।
अंतरराष्ट्रीय जगत में इनके लेखन कार्य को सराहा गया है जिसके लिये इन्हे ‘[[सोवियत
इनके द्वारा लिखित सामाजिक उपन्यास ‘संगम’ और ‘लगान’ पर आधारित हिन्दी फिल्में भी बनी है जो अन्य कई भाषाओं में अनुदित हुयी हैं।
== बाहरी कड़ियाँ ==
|