"आर के नारायण": अवतरणों में अंतर

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आर के नारायण मैसूर के यादवगिरि में करीब दो दशक तक रहे। 1990 में बीमारी की वजह से वे चेन्नई शिफ्ट कर गये थे।
 
इनके द्वारा रचित एक उपन्यास ''[[गाइड (उपन्यास)|गाइड]]'' के लिये उन्हें सन् 1960 में [[साहित्य अकादमी]] पुरस्कार]] से सम्मानित किया गया।<ref name="sahitya">{{cite web | url=http://sahitya-akademi.gov.in/sahitya-akademi/awards/akademi%20samman_suchi_h.jsp | title=अकादमी पुरस्कार | publisher=साहित्य अकादमी | accessdate=11 सितंबर 2016}}</ref>
 
== रचनात्मक परिचय ==