"आदि बद्री (उत्तराखंड)": अवतरणों में अंतर

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{{अन्य प्रयोग|आदि बद्री (उत्तराखंड)|अन्य उपयोग|आदि बद्री (बहुविकल्पी)}}
{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2013}}
[[File:Adi Badri.jpg|thumb|आदि बद्री]]
'''आदि बद्री''' रानीखेत मार्ग पर कर्णप्रयाग से 17 किलोमीटर दूर तथा [[चांदपुर गढ़ी]] से 3 किलोमीटर दूर है। इसका निकटवर्ती तीर्थ है [[कर्णप्रयाग]]।
चांदपुर गढ़ी से 3 किलोमीटर आगे जाने पर आपके सम्मुख अचानक प्राचीन मंदिर का एक समूह आता है जो सड़क की दांयी ओर स्थित है। किंबदंती है कि इन मंदिरों का निर्माण स्वर्गारोहिणी पथ पर उत्तराखंड आये पांडवों द्वारा किया गया। यह भी कहा जाता है कि इसका निर्माण 8वीं सदी में शंकराचार्य द्वारा हुआ। भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षणानुसार के अनुसार इनका निर्माण 8वीं से 11वीं सदी के बीच कत्यूरी राजाओं द्वारा किया गया। कुछ वर्षों से इन मंदिरों की देखभाल भारतीय पुरातात्विक के सर्वेक्षणाधीन है।