"भवाली": अवतरणों में अंतर

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भवाली नगर अपने प्राचीन टीबी सैनिटोरियम के लिए विख्यात है, जिसकी स्थापना १९१२ में हुई थी। चीड़ के पेड़ों की हवा टी. बी. के रोगियों के लिए लाभदायक बताई जाती है। इसीलिए यह अस्पताल चीड़ के घने वन के मध्य में स्थित किया गया। [[कमला नेहरू|श्रीमती कमला नेहरू]] का इलाज भी इसी अस्पताल में हुआ था। भवाली चीड़ और वाँस के वृक्षों के मध्य और पहाड़ों की तलहटी में १६८० मीटर की ऊँचाई में बसा हुआ एक छोटा सा नगर है। भवाली की जलवायु अत्यन्त स्वास्थ्यवर्द्धक है। भवाली में ऊँचे-ऊँचे पहाड़ हैं। सीढ़ीनुमा खेत है। सर्पीले आकार की सड़कें हैं। चारों ओर हरियाली ही हरियाली है। घने वाँस - बुरांश के पेड़ हैं। चीड़ वृक्षों का यह तो घर ही है। और पर्वतीय अंचल में मिलने वाले फलों की मण्डी है।
 
== जनसांख्यिकी ==
भारत की २०११ की जनगणना के अनुसार भवाली नगर पालिका परिषद की जनसंख्या ६,३०९ है, जिसमें से ३,३०४ पुरुष हैं जबकि ३,००५ महिलाएं हैं।<ref name="जनगणना">{{cite web |title=Bhowali City Population Census 2011 - Uttarakhand |url=http://www.census2011.co.in/data/town/800333-bhowali-uttarakhand.html |website=www.census2011.co.in |accessdate=1 जून 2018}}</ref> नगर में ०-६ साल की उम्र के बच्चों की जनसंख्या ६६८ है, जो नगर की कुल जनसंख्या का १०.५९% है।<ref name="जनगणना" /> भवाली नगर का लिंगानुपात ९१० महिलाएं प्रति १००० पुरुष है।<ref name="जनगणना" /> शहर की साक्षरता दर ९३.०७% है; ९६.४७% पुरुष और ८९.२७% महिलाऐं साक्षर ​​हैं।<ref name="जनगणना" />
 
== पर्यटन ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/भवाली" से प्राप्त