"दारा शिकोह": अवतरणों में अंतर

छो चित्र को गेलरी में रखा गया
No edit summary
पंक्ति 25:
'''दारा शूकोह''' (जन्म 20 मार्च 1615 - हत्या 10 सितंबर 1659) [[मुमताज़ महल]] के गर्भ से उत्पन्न मुग़ल सम्राट [[शाहजहाँ]] का ज्येष्ठ पुत्र तथा [[औरंगज़ेब]] का बड़ा भाई।<ref>{{cite web|url=http://www.thehindu.com/books/books-columns/who-is-dara-shukoh/article5379845.ece|title=Who is Dara Shukoh?}}</ref>
 
== परिचयजीवनी ==
दारा को 1633 में [[युवराज]] बनाया गया और उसे उच्च मंसब प्रदान किया गया। 1645 में [[इलाहाबाद]], 1647 में [[लाहौर]] और 1649 में वह [[गुजरात]] का शासक बना। 1653 में [[कंधार]] में हुई पराजय से इसकी प्रतिष्ठा को धक्का पहुँचा। फिर भी शाहजहाँ इसे अपने उत्तराधिकारी के रूप में देखता था, जो दारा के अन्य भाइयों को स्वीकार नहीं था। शाहजहाँ के बीमार पड़ने पर [[औरंगजेब]] और [[मुराद]] ने दारा के 'धर्मद्रोही' होने का नारा लगाया। युद्ध हुआ। दारा दो बार, पहले [[आगरा|आगरे]] के निकट सामूगढ़ में (जून, 1658) फिर [[अजमेर]] के निकट देवराई में (मार्च, 1659), पराजित हुआ। अंत में 10 सितंबर 1659 को दिल्ली में औरंगजेब ने उसकी हत्या करवा दी। दारा का बड़ा पुत्र औरंगजेब की क्रूरता का भाजन बना और छोटा पुत्र [[ग्वालियर]] में कैद कर दिया गया।