"जैन दर्शन": अवतरणों में अंतर

→‎तत्त्व: छोटा सा सुधार किया।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 65:
==ब्रह्माण्ड विज्ञान==
{{मुख्य|जैन ब्रह्माण्ड विज्ञान}}
जैन दर्शन इस संसार को किसी [[जैन धर्म में भगवान|भगवान]] द्वारा बनाया हुआ स्वीकार नहीं करता है, अपितु शाश्वत मानता है। जन्म मरण आदि जो भी होता है, उसे नियंत्रित करने वाली कोई सार्वभौमिक सत्ता नहीं है। जीव जैसे कर्म करता हेहै, उन के परिणाम स्वरुप अच्छे या बुरे फलों को भुगतने क लिए वह मनुष्य, नरक देव, एवं तिर्यंच (जानवर) योनियों में जन्म मरण करता रहता है।
 
== इन्हें भी देखें ==