"मुहूर्त": अवतरणों में अंतर

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:(११) श्रेयो (१२) वसीय (१३) आयत् (१४) संभूतं (१५) भूतम् ।
 
:"''चित्रः केतुः प्रभानाभान्त् संभान् ।
:"'ज्योतिष्मंस्-तेजस्वानातपंस्-तपन्न्-अभितपन् ।
:"'रोचनो रोचमानः शोभनः शोभमानः कल्याणः ।
:"''दर्शा दृष्टा दर्शता विष्वरूपा सुर्दर्शना ।
:"''आप्य्-आयमाणाप्यायमानाप्याया सु-नृतेरा ।
:"''आपूर्यमाणा पूर्यमाणा पूर्यन्ती पूर्णा पौर्णमासी ।
:"''दाता प्रदाताऽनन्दो मोदः प्रमोदः ॥ १०.१.१ ॥
 
[[शतपथ ब्राह्मण]] में एक दिन के पन्द्रहवें भाग (१/१५) को 'मुहूर्त' की संज्ञा दी गयी है।