"हिन्दी भाषा का इतिहास": अवतरणों में अंतर

→‎इं‍टरनेट युग में हिन्दी: आधुनिक युग में एक हजार साल पुरानी देवनागरी लिपि से हिंदी लिखना, पढ़ना और टाइपिंग में कठिनाइयां हैं। हिंदी की नई लिपि ' होडो़ सेंणा लिपि ' एक विकसित लिपि है। यह हिंदी के लिए उपयुक्त है। इसका मूल्यांकन होना चाहिए ।
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हिंदी भाषा की जितनी मांग है, इंटरनेट पर उतनी उपलब्धता नहीं है। लेकिन जिस रफ़्तार से भारत में इंटरनेट का विकास हुआ है उसी तरह से हिंदी भी इंटरनेट पे छा रही है। समाचारपत्र से लेकर हिंदी ब्लॉग तक अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। साधुवाद तो गूगल को भी जाता है जिसने हिंदी में खोज करने की जगह उपलब्ध कराई। इतना ही नहीं विकिपीडिया ने भी हिंदी की महत्ता को समझते हुए कई सारी सामग्री का सॉफ्टवेयर अनुवाद हिंदी में प्रदान करना सुरु कर दिया जिससे हिंदी भाषी को किसी भी विषय की जानकरी सुलभ हुई।आजकल हिंदी भी इंटरनेट की एक अहम् लोकप्रिय भाषा बन कर उभरी है। मेरा मानना है जब लोग अपने विचार और लेखन हिंदी भाषा में इंटरनेट पर ज्यादा करेंगे तो वह दिन दूर नहीं की सारी सामग्री हिंदी में भी इंटरनेट पर मिलने लगेगी।
एक हजार साल पुरानी देवनागरी लिपि में ' र ' के उच्चारण के लिए 6 ( छः) प्रकार के चिह्नों का व्यवहार होता है ।
1. र , 2 . ऋ , 3 . क्रम , 4 . कर्म , 5 . ट्रक और 6 . कृष्ण ।
हिंदी की नई लिपि ' होडो़ सेंणा लिपि ' में ' र ' के उच्चारण के लिए सिर्फ एक ही चिह्न का व्यवहार होता है और वर्तनी अधिक स्पष्ट लिखी जा सकती है ।
लिपि शोधक -- रवीन्द्र नाथ सुलंकी
www.hindikinailipi.com
 
== इन्हें भी देखें ==