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{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2014}}
{{Infobox film
| name = 1942: ए लव स्टोरी
| image = <!--1942: A Loveलव Story 1994 film posterस्टोरी.jpg
| caption = '''1942: अ लव स्टोरी''' का पोस्टर
| caption = Film poster-->
| director = [[विधु विनोद चोपड़ा]]
| writer = [[संजय लीला भंसाली]]<br>कामना चन्द्रा<br>विधु विनोद चोपड़ा
| starring = [[अनिल कपूर]]<br>[[जैकी श्रॉफ]]<br>[[मनीषा कोइराला]]<br>[[अनुपम खेर]]
| producer = [[विधु विनोद चोपड़ा]]
| music = [[राहुलआर॰ देवडी॰ बर्मन]]
| cinematography = बिनोद प्रधान
| editing = रेणु सलुजा
| distributor = एसएलबी फ़िल्म्स<br>[[विधु विनोद चोपड़ा|विनोद चोपड़ा प्रोडक्शन्स]]
| country = भारत
| released = {{film15 अप्रैल, 1994 date|1993}}
| runtime = 157 मिनट
| language = [[हिन्दी]]
| budget = 50 लाख
| Boxoffice = 90 करोड़
}}
'''1942: अ लव स्टोरी''' 1993/1994 में बनी हिन्दी भाषा की [[प्रेमकहानी फ़िल्म]] है। मुख्य भूमिकाओं में [[अनिल कपूर]], [[मनीषा कोइराला]], [[जैकी श्रॉफ]], [[अनुपम खेर]], [[डैनी डेन्जोंगपा]] और [[प्राण (अभिनेता)|प्राण]] हैं। इस फिल्म को अपने संगीत, गीत, चित्रण, छायांकन, बोल और अपनी प्रमुख अभिनेत्री मनीषा कोइराला के चित्रण के लिए अत्यधिक प्रशंसित किया गया था।<ref>{{cite news |title=बर्थडे स्पेशल - मनीषा कोइराला : एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा... |url=https://khabar.ndtv.com/news/filmy/birthday-special-manisha-koirala-ek-ladki-ko-dekha-to-aisa-laga-1444535 |accessdate=23 जून 2018 |work=[[एनडीटीवी इंडिया]] |date=16 अगस्त 2016}}</ref> यह फिल्म संगीत निर्देशक [[राहुल देव बर्मन]] की मौत के कुछ समय बाद रिलीज हुई थी।
'''1942: अ लव स्टोरी''' 1993 में बनी [[हिन्दी|हिन्दी भाषा]] की फिल्म है।
 
== संक्षेप ==
यह फिल्म सन् 1942 में गढ़ी हुई है जब [[ब्रिटिश राज]] गिर रहा था। यह एक समय था जब कई भारतीय या तो अंग्रेजों के लिए काम कर रहे थे या भूमिगत बैठक और उनके खिलाफ विरोध में रैली कर रहे थे। इस माहौल में, नरेन सिंह ([[अनिल कपूर]]) राजेश्वरी "रज्जो" पाठक ([[मनीषा कोइराला]]) से प्यार करता है। उस समय उनके रोमांस को राजनीतिक और सामाजिक अशांति के बावजूद बढ़ता हुआ दिखाया गया है।
== चरित्र ==
 
नरेन के पिता, दीवान हरि सिंह ([[मनोहर सिंह]]), एक वफादार ब्रिटिश कर्मचारी हैं, जबकि रज्जो के पिता रघुवीर पाठक ([[अनुपम खेर]]) ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ रहे क्रांतिकारी है। जब नरेन शादी के लिये राज्जो का हाथ रघुवीर से माँगता है, तो रघुवीर नाराज हो जाता है। नरेन कहता कि वह रज्जो के लिए हर चीज का बलिदान देने के लिए तैयार है और उसके लिए अपने प्यार का रघुवीर को विश्वास दिलाता है। पाठक नरम पड़ जाता है और नरेन को अपने पिता से बात करने के लिए कहता है। जब नरेन ऐसा करता है, हरि सिंह गुस्से में होता है कि उनके बेटे ने क्रांतिकारी की बेटी रज्जो को चुना है, लेकिन वह नाटक करते हैं कि वह नरेन की खुशी के लिए कुछ भी करेंगे।
 
हरि सिंह ने रघुवीर के गुप्त स्थान को प्रकट करने में नरेन का इस्तेमाल किया और ब्रिटिश अधिकारियों को जानकारी लीक कर दी। जल्द ही, पुलिस पाठक के छिपे हुए ठिकाने में पहुँचती और उसे मारने की कोशिश करती है। वह बम को फोड़ देता है और उन सब के साथ खुद भी मर जाता है। रज्जो, जो उस समय बाहर थी भाग जाती है। उसे पाठक का एक साथी शुभंकर ([[जैकी श्रॉफ]]) द्वारा शरण में ले लिया जाता है। शुभंकर के प्रशिक्षण के तहत, रज्जो अपने पिता के क्रांतिकारी मार्ग का पालन करती है। इस बीच, नरेन अपने पिता से रघुवीर की हत्या और रज्जो को दूर करने में एक मोहरा के रूप में इस्तेमाल करने के लिए नाराज है। राज्जो के साथ मेल करने का वादा करते हुए वह अपने पिता का विरोध करते हुए एक क्रांतिकारी बनने का वचन देता है।
 
नरेन अपने पिता के साथ सभी संबंधों को खत्म कर देता है और शहर के सामने ब्रिटिश शासन, विशेष रूप से जनरल डगलस के खिलाफ खड़ा होता है। उसे दोषी ठहराया जाता है और इरादतन हत्या के लिये फाँसी की सजा दी जाती है। नरेन के कार्यों से प्रेरित, रज्जो शुभंकर को उसके बारे में बताती है। शुभंकर नरेन को फांसी से बचाता है और दोनों हरि सिंह और कई ब्रिटिश वफादारों को खत्म कर देते हैं। मेजर बिष्ट ([[डैनी डेन्जोंगपा]]) द्वारा उनकी सहायता की जाती है जिन्होंने जनरल डगलस के आदेशों पर ब्रिटिश बंदूकधारियों द्वारा अपनई क्रांतिकारी बेटी चंदा की हत्या को दुखद रूप से देखा था। वफादार लोगों के साथ, शुभंकर ने उसी रस्सी द्वारा जनरल डगलस को लटका दिया जो नरेन के लिए थी। शुभंकर, रज्जो और नरेन, मेजर बिष्ट के साथ मिलकर भारतीय ध्वज को सलाम करते हैं जिसे शुभंकर द्वारा फहराया जा रहा है। फिल्म का अंत हो जाता है।
 
== मुख्य कलाकार ==
* [[अनिल कपूर]] - नरेन सिंह
== दल ==
* [[मनीषा कोइराला]] - राजेश्वरी "रज्जो" पाठक
* [[जैकी श्रॉफ]] - शुभंकर
* [[अनुपम खेर]] - रघुवीर पाठक
* [[डैनी डेन्जोंगपा]] - मेजर बिष्ट
* [[प्राण (अभिनेता)|प्राण]] - अबीद अली बेग
* [[चाँदनी (अभिनेत्री)|चाँदनी]] - चंदा
* [[रघुवीर यादव]] - मुन्ना
* [[सुषमा सेठ]] - गायत्री देवी सिंह
* [[मनोहर सिंह]] - दीवान हरि सिंह
* [[आशीष विद्यार्थी]] - आशुतोष
* ब्रायन ग्लोवर - जनरल डगलस
 
== संगीत ==
फिल्म के मूल गीतों को [[जावेद अख्तर]] के बोलों के साथ [[आर॰ डी॰ बर्मन]] द्वारा रचित किया गया था। आर॰ डी॰ बर्मन ने सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए अपना आखिरी फिल्मफेयर पुरस्कार जीता और जावेद अकथर ने सर्वश्रेष्ठ गीतकार के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। कुमार सानु ने सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक के लिए लगातार 5वाँ फिल्मफेयर पुरस्कार जीता और कविता कृष्णमूर्ति ने सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता, जो उनकी हैट-ट्रिक का पहला था।
== रोचक तथ्य ==
{| class="wikitable"
|- style="background:#cccccf; text-align:center;"
| # || गीत || गायक || अवधि
|-
| 1 || "एक लड़की को देखा"|| कुमार सानु || 4:37
|-
| 2 || "कुछ न कहो" (उदासीन) || [[लता मंगेशकर]] || 6:23
|-
| 3 || "कुछ न कहो" (कोरस) || || 2:06
|-
| 4 || "कुछ न कहो" || कुमार सानु || 6:06
|-
| 5 || "प्यार हुआ चुपके से" || [[कविता कृष्णमूर्ति]] || 5:15
|-
| 6 || "रिम झिम रिम झिम" || कुमार सानु, कविता कृष्णमूर्ति || 5:18
|-
| 7 || "रूठ ना जाना" || कुमार सानु || 3:27
|-
| 8 || "ये सफर" || शिवाजी चट्टोपाध्याय || 5:41
|}
 
== परिणाम ==
फिल्म सफल रही थी। इस फिल्म से गायिका कविता कृष्णमूर्ति का उदय भी हुआ था।<ref>{{cite news |title=कविता कृष्णमूर्ति: 90's के कुछ सबसे प्यारे गानों वाली आवाज़ |url=https://hindi.firstpost.com/special/kavita-krishnamurti-biography-voice-behind-most-romantic-songs-of-90s-era-jo-jita-vahi-sikandar-1942-a-love-story-am-82785.html |accessdate=23 जून 2018 |work=[[फर्स्टपोस्ट]] |date=25 जनवरी 2018 |language=hi-IN}}</ref> जो कुछ सालों के लिये अव्वल गायिका रही।
=== बौक्स ऑफिस ===
=== समीक्षाएँ ===
== नामांकरण और पुरस्कार ==
* [[१९९५|1995]] - [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकारसहायक अभिनेता पुरस्कार]] - [[राहुलजैकी देव बर्मनश्रॉफ]]
* 1995 - [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार]] - [[कुमार सानु]]
* 1995 - [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार]] - [[कविता कृष्णमूर्ति]]
* 1995 - [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार]] - [[राहुल देव बर्मन]]
* 1995 - [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार]] - [[जावेद अख्तर]]
 
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
== बाहरी कड़ियाँ ==
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
* {{imdb title|0109010|1942: ए लव स्टोरी}}