"कटक": अवतरणों में अंतर
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=== परमहंसनाथ मंदिर ===
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर कटक के बाहरी हिस्स्से में स्थित है। यहां एक बहुत बड़ा छिद्र है जहां से स्वयं पानी निकलता है। यह विशाल छिद्र इस मंदिर की मुख्य विशेषता है। इसे अनंत गर्व कहा जाता है।
=== धवलेश्वर मंदिर ===
महानदी के एक टापू में स्थित धवलेश्वर मंदिर भगवान शिव की आराधना के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर एक पर्यटक आकर्षण है।
=== नौवाणिज्य संग्रहालय ===
महानदी के किनारे ओड़िशा की प्राचीन नौवाणिज्य विरासत को दिखाता नौवाणिज्य संग्रहालय कटक का एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र है। बालियात्रा मैदान के निकट बने इस संग्रहालय को देखने लोगों की काफी भीड़ जमा होती है। यहाँ श्रीलंका, इंड़ोनेसिया आदि देशों के साथ ओड़िशा (कलिंग) की प्राचीन सामुद्रिक संबंधों का सुन्दर व्यौरा देखने को मिलता है।
=== नेताजी के जन्मस्थान संग्रहालय ===
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मस्थान में उनके इतिहास और उनकी विरासत को दिखाता हुआ एक सुन्दर संग्रहालय बना है, जो सुभाष के नेताजी बनने तक के सफर को दर्शाता है।
=== आनन्द भवन संग्रहालय ===
ओड़िशा के वीरपुत्र बीजू पट्टनायक के जन्मस्थान आनन्द भवन अब एक संग्रहालय में बदल दिया गया है। बारबाटी दूर्ग के किनारे में स्थित यह संग्रहालय बीजू पट्टनायक के गौरवमय व्यक्तित्व की पराकाष्ठा को दर्शाता है।
=== कदम-ई-रसूल ===
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=== नदी किनारे दीवार ===
11वीं शताब्दी में राजा मराकत केशरी ने नदी पर पत्थर की दीवार बनवाई थी। इस दीवार के कारण यह शहर बाढ़ों के कहर से बचा रह सका। इसी वजह से इस शहर को राजधानी बनाया गया था। यह तत्कालीन इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना है। यह दिखाती है कि उस समय तकनीक कितनी उन्नत थी।
=== लालबाग महल ===
काठजोड़ी के किनारे बना यह महल कटक के गौरवमय इतिहास का साक्षी रहा है। बारबाटी दुर्ग के बाद यह शासन का एक प्रमुख केन्द्र रहा है। 17वीं सदी में बना यह महल कई प्रमुख राजाओं का निवासस्थान रहा है। 1942 से 1960 तक यह ओड़िशा के राज्यपाल का निवास भी रहा है।
=== सलीपुर ब्रांच संग्रहालय ===
ब्रांच संग्रहालय की स्थापना 1979 में की गई थी। इस संग्रहालय में मूर्तियों, शस्त्रों, टैराकोटा का प्रदर्शन किया गया है। इनके अलावा यहां वाद्य यंत्र और कागज तथा ताड़ पत्र पर लिखी पांडुलिपियां भी देखी जा सकती हैं।
समय: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक, सोमवार और सार्वजनिक अवकाश के दिन बंद रहता है।
=== रेवेंशा विश्वविद्यालय ===
रेवेंशा विश्वविद्यालय ओड़िशा का सबसे पुराना शिक्षानुष्ठान है। सन 1868 में बनाए गये इस कालेज को सन 2006 ई. में विश्वविद्यालय की मान्यता मिली।
इन सबके अलावा चुडंगगड़ दूर्ग, मधुसूदन संग्रहालय, स्वराज आश्रम, कनिका राजवाटी आदि इसके महत्वपूर्ण पर्यटन स्थान हैं।
== उत्सव ==
बालियात्रा कटक का प्रसिद्ध महोत्सव है। प्राचीन नौवाणिज्य परंपरा को दर्शाता यह समारोह 8 दिनों तक चलता है, जिसमें रोज लाखों की भीड़ जमा रहती है। यह कटक का सबसे परिचित उत्सव है। इसके अलावा दूर्गापूजा, दीपावली, होली, रमजान, ईद आदि विविध उत्सव मनाया जाता है। कटक के त्योहारों एक खुबी इसकी सांस्कृतिक एकता है। धर्म के बंधन से दूर सभी एक साथ त्योहार में रम जाते हैं।
== आवागमन ==
;वायु मार्ग
यहां का नजदीकी हवाई अड्डा भुवनेश्वर का बीजू पटनायक हवाई अड्डा (30 किलोमीटर) है।
;रेल मार्ग
कटक दिल्ली, कोलकता, मुंबई समेत सभी प्रमुख शहर से जुड़ा है। देश के विभिन्न भागों से यहां के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं।
;सड़क मार्ग
कटक भुवनेश्वर, कोणार्क, पुरी, कोलकता और देश के बाकी हिस्सों से सड़कों के जरिए जुड़ा है।
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