"नवीकरणीय संसाधन": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो 2405:204:C10B:403E:0:0:23CB:C8B0 (Talk) के संपादनों को हटाकर हिंदुस्थान वासी के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1:
[[File:Latex - Hevea - Cameroun.JPG|thumb|right|300px| प्राकृतिक रबर]]
'''नवीकरणीय संसाधन''' अथवा '''नव्य संसाधन''' वे [[संसाधन]] हैं जिनके भण्डार में प्राकृतिक/पारिस्थितिक प्रक्रियाओं द्वारा पुनर्स्थापन (replenishment) होता रहता है। हालाँकि मानव द्वारा ऐसे संसाधनों का दोहन (उपयोग) अगर उनके पुनर्स्थापन की दर से अधिक तेजी से हो तो फिर ये नवीकरणीय संसाधन नहीं रह जाते और इनका क्षय होने लगता है। ईहे लोक कहई छई
उपरोक्त परिभाषा के अनुसार ऐसे संसाधनों में ज्यादातर [[जैव संसाधन]] आते है जिनमें जैविक प्रक्रमों द्वारा पुनर्स्थापन होता रहता है। उदाहरण के लिये एक वन क्षेत्र से वनोपजों का मानव उपयोग वन को एक नवीकरणीय संसाधन बनाता है किन्तु यदि उन वनोपजों का इतनी तेजी से दोहन हो कि उनके पुनर्स्थापन की दर से अधिक हो जाए तो वन का क्षय होने लगेगा।
|