"शिलाँग पीक": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
आशीष भटनागर (वार्ता | योगदान) नया लेख टैग: 2017 स्रोत संपादन |
आशीष भटनागर (वार्ता | योगदान) सन्दर्भ |
||
पंक्ति 1:
'''शिलांग पीक''' या शिलांग शिखर [[मेघालय]] की राजधानी [[शिलांग]] का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है। इसकी ऊंचाई सागर सतह से {{convert|1961|m||abbr=on}} है। यहां से शिलांग शहर का विहंगम अवलोकन किया जा सकता है। इसी कारण से यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और आंकडों के अनुसार यहां सर्वाधिक पर्यटक आते हैं। बहुत से इतिहासकारों की मान्यता अनुसार इसी पर्वत के कारण इस शहर का नाम शिलांग पड़ा। यहां के स्थानी जनजातीय [[खासी|खासी लोगों]] की मान्यता है कि उनके देवता ''लीशिलांग'' इस पर्वत पर रहते हैं और वे पूरे शहर पर नजर रखते हैं और लोगों को हर तरह की मुसीबतों से बचाते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://hindi.nativeplanet.com/shillong/attractions/shillong-peak/|title=शिलांग पीक, शिलांग|last=|first=|date=|website=नेटिव प्लानेट्क़ाम|language=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>
शिलांग पीक पर पर्यटकों के लिये के ''व्यूप्वाइंट'' भी बना है। इसके अलावा यहां [[भारतीय वायु सेना]] का [[रडार]] भी स्थापित है और यह शिलांग छावनी क्षेत्र के परिसर में ही स्थित है।
|