"महावीर जयन्ती": अवतरणों में अंतर

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! स्वप्न !! राजा सिद्धार्थ द्वारा बतलाया गया फल।
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|1. स्वप्न में चार दाँतों वाला गज || बालक धर्म तीर्थ का प्रवर्तन करेगा।
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|2. वृषभ, जिसका रंग अत्यन्त सफ़ेद था || इसका फल है की बालक धर्म गुरु होगा और सत्य धर्म का प्रचारक होगा।
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|3. सिंह || बालक अतुल पराक्रमी होगा।
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|4. सिंघासन पर स्थित लक्ष्मी जिसका दो हाथी जल से अभिषेक कर रहे है। || बालक का जन्म के बाद देवों द्वारा सुमेरु पर्वत पर लेजाकर अभिषेक किया जाएगा।
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|5. दो सुगंधित पुष्प मालाएँ || इस स्वप्न का फल है कि बालक यशस्वी होगा।
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|6. पूर्ण चन्द्रमा ||सब जीवों को आनंद प्रदान करेगा।
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|7. सूर्य || अंधकार का नाश करेगा।
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|8. दो स्वर्ण कलश || निधियों का स्वामी होगा।
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|8. मछलियों का युगल || सुखी होगा- अनन्त सुख प्राप्त करेगा।
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|10१०. सरोवर || अनेक लक्षणों से सुशोभित होगा।
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|11११. समुद्र || केवल ज्ञान प्राप्त करेगा।
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|12१२. स्वप्न में एक स्वर्ण और मणि जडित सिंघासन || बालक जगत गुरु बनेगा अर्थात जगत के सर्वोच पद को प्राप्त करेगा।।
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|13१३. देव विमान || स्वर्ग से अवतीर्ण होगा।
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|14१४. नागेन्द्र का भवन || बालक अवधिज्ञानी होगा।
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|15१५.चमकती हुई रत्नराशि || बालक रत्नत्रय - सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान और सम्यक् चरित्र धारण करेगा।
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|16१६. निर्धूम अग्नि ||कर्म रूपी इन्धन को जलाने वाला होगा?होगा।
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=== दस अतिशय ===
जैन ग्रंथों के अनुसार तीर्थंकर भगवन के जन्म से ही दस अतिशयोंअतिशय होते है।{{sfn|Pramansagar|2008|p=22-24}} यह हैै:-
# पसीना न आना
# निर्मल देह
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== उत्सव ==
इस महोत्सव पर [[जैन मंदिर]]ों को विशेष रूप से सजाया जाता है। [[भारत]] में कई जगहों पर [[जैन]] समुदाय द्वारा [[अहिंसा]] रैली निकाली जाती है। इस अवसर पर गरीब एवं जरुरतमंदों को [[दान]] दिया जाता है।<ref name="महावीर जयंति"> http://www.dnaindia.com/mumbai/report-jains-gear-up-for-mahavir-jayanti-tomorrow-2073618 </ref> कई राज्य सरकारों द्वारा [[मांस]] एवं [[मदिरा]] की दुकाने बंद रखने के निर्देश दिए जाते हैं।<ref name="मांस एवं मदिरा की दुकाने रहेगी बंद"> http://www.pressnote.in/Jaisalmer-News-_266079.html </ref>
 
==सन्दर्भ==