"दिल्ली सल्तनत": अवतरणों में अंतर
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[[मोहम्मद ग़ौरी]] का गुलाम [[कुतुब-उद-दीन ऐबक]], गुलाम वंश का पहला सुल्तान था। ऐबक का साम्राज्य पूरे [[उत्तर भारत]] तक फैला था। इसके बाद [[ख़िलजी वंश]] ने [[मध्य भारत]] पर कब्ज़ा किया परन्तु [[भारतीय उपमहाद्वीप]] को संगठित करने में असफल रहा।<ref>प्रदीप बरुआ ''The State at War in South Asia'', ISBN 978-0803213449, पृष्ठ 29-30</ref>
इस सल्तनत ने न केवल बहुत से दक्षिण एशिया के मंदिरों का विनाश किया साथ ही अपवित्र भी किया,<ref name=re2000>रिचर्ड ईटन (2000), [http://jis.oxfordjournals.org/content/11/3/283.extract Temple Desecration and Indo-Muslim States], Journal of Islamic Studies, 11(3), pp 283-319</ref> पर इसने [[भारतीय-इस्लामिक वास्तुकला]] के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।<ref>A. Welch, “Architectural Patronage and the Past: The Tughluq Sultans of India,” Muqarnas 10, 1993, ब्रिल पब्लिशर, पृष्ठ 311-322</ref><ref>जे. ए. पेज, [http://www.archive.org/stream/guidetothequtbde031434mbp#page/n15/mode/2up/search/temple Guide to the Qutb], Delhi, Calcutta, 1927, पृष्ठ 2-7</ref> दिल्ली सल्तनत मुस्लिम इतिहास के कुछ
== पृष्ठभूमि ==
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