"द्वैध शासन": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
लियोनील कर्टिस की पुस्तक डायर्की टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1:
जब दो शासक एक साथ सत्ता का उपभोग करते है तो इसे '''द्वैध शासन''' (Diarchy) कहते है। प्रायः देखा गया है की शासक अपने पद को आजीवन ग्रहण किया रहता है तथा वो इसे अपने पुत्र या सगे-संबंधियो को सुपुर्द करता है।
'द्वैध शासन' का सिद्धान्त सबसे पहले [[लियोनेल कर्टिस]] नामक अंग्रेज ने अपनी पुस्तक "डायर्की" में प्रतिपादित किया था जो बहुत दिनों तक 'राउण्ड टेबिल' का सम्पादक रहा। बाद में यह सिद्धान्त 1919 ई. के 'भारतीय शासन
उदाहरण के लिए, १७६५ में बंगाल, बिहार और ऊड़ीसा में भू-राजस्व वसूलने का अधिकार ईस्ट इंडिया कम्पनी के पास था जबकि प्रशासन बंगाल के नवाब के नाम से चलता था। अतः सत्ता के दो केन्द्र थे।
|