"अतिनूतन युग": अवतरणों में अंतर

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भारत के अतिनूतन युग के शैलों में [[पृष्ठवंशियों]], विशेषत [[स्तनधारियों]] के [[जीवाश्म]] प्रचुरता से मिलते हैं। इस युग में बसने वाले जीव, जिनके जीवाश्म हमको इस युग के शैलों में मिलते हैं, उन जंगलों और महापंकों में रहते थे जो नवनिर्मित हिमालय पर्वत की बाहरी ढाल में थे। इन जीवों को करोटियाँ (खोपड़ियाँ) और [[जबड़े]] जैसे अति टिकाऊ भाग पर्वतों से नीचे बहकर आने वाली नदियों द्वारा बहा लाए गए और अंततोगत्वा अति शीघ्र संचित होने वाले अवसादों में समाधिस्थ हो गए। इस प्रकार प्रतिरक्षित जीवाश्मों के आधार पर उस समय में रहने वाले अनेक प्रकार के जीवों के विषय में सुगमता से पता लग जाता है। इनमें से कुछ प्रकार के [[हाथी]], [[जिराफ़]], [[दरियाई घोड़ा]], [[गैंडा]] आदि उल्लेखनीय हैं।<ref>डी.एन. वाडिया रिपोर्ट, एट्टींथ इंटरनेशनल जिओलॉजिकल कांग्रेस (1951)</ref><ref>डी.एन. वाडिया जिऑलोजी ऑव इंडिया।</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==
== सन्दर्भ ==
* [[भूवैज्ञानिक युग]]
{{टिप्पणीसूची}}
* [[नियोजीन कल्प]] (Neogene)
* [[मध्यनूतन युग]] (Miocene)
* [[चतुर्थ कल्प]] (Quaternary)
* [[अत्यंतनूतन युग]] (Pleistocene)
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
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* [http://www.sciencenews.org/articles/20020202/fob5.asp "Supernova dealt deaths on Earth? Stellar blasts may have killed ancient marine life" ''Science News Online''] retrieved February 2, 2002
* [http://www.ucmp.berkeley.edu/tertiary/pli.html UCMP Berkeley Pliocene Epoch Page]
 
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
[[श्रेणी:भूवैज्ञानिक युग]]