"जतिन-ललित": अवतरणों में अंतर

छो →‎फ़िल्मों की सूची: bad link repair AWB के साथ
छो छोटा सुधार
पंक्ति 1:
[[चित्र:Jatin and Lalit Pandit.jpg|अंगूठाकार|जतिन और ललित पंडित]]
'''जतिन-ललित''' हिन्दी फिल्मों की संगीतकार जोड़ी है। इसमें दो भाई जतिन पंडित और ललित पंडित है। दोनों का ताल्लुक उल्लेखनीय संगीत परिवार से है जिसका मूल [[हिसार]], हरियाणा में है। उनके चाचा [[पण्डित जसराज]] है और अभिनेत्रियाँ [[सुलक्षणा पंडित]] और [[विजयता पंडित]] उनकी बहनें है। पहली फिल्म जिसमें उन्होंने संगीत दिया था वो थी 1991 की ''[[यारा दिलदारा]]''। इस फिल्म का एक गीत ''बिन तेरे सनम'' काफी सफल हुआ था। सफलता उन्हें ''[[खिलाड़ी (1992 फ़िल्म)|खिलाड़ी]]'' से मिली थी। कई सफल फ़िल्में जिसमें इन्होंने संगीत दिया वह है:- ''[[जो जीता वही सिकन्दर (1992 फ़िल्म)|जो जीता वोही सिकंदर]]'', ''[[कभी हाँ कभी ना (फ़िल्म)|कभी हाँ कभी ना]]'', ''[[खामोशी (1996 फ़िल्म)|खामोशी: द म्युजकल]]'', ''[[दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे]]'', ''[[यस बॉस (1997 फ़िल्म)|यसयेस बॉस]]'', ''[[जब प्यार किसी से होता है (1998 फ़िल्म)|जब प्यार किसी से होता है]]'', ''[[कुछ कुछ होता है]]'', ''[[मोहब्बतें]]'', ''[[कभी खुशी कभी ग़म]]'' और ''[[फना (हिन्दी फिल्म)|फना]]''।
 
दोनों को [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार|फ़िल्मफेयर पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ संगीतकार]] की श्रेणी में 11 बार नामित किया लेकिन वह यह पुरस्कार एक बार भी नहीं जीत पाए। 2006 में दोनों भाई ने जोड़ी तोड़ दी। ललित पंडित ने कुछ फ़िल्मों में अकेले संगीत दिया जिसमें उन्हें [[साजिद-वाजिद]] के साथ ''[[दबंग]]'' के लिये अंतत ये पुरस्कार प्राप्त हुआ।<ref>{{cite news|title=मुन्नी तो फिर से बदनाम होगी|url=https://www.bbc.com/hindi/mobile/entertainment/2011/02/110222_lalit_pkp.shtml|accessdate=8 अप्रैल 2018|date=22 फरवरी 2011|publisher=बीबीसी हिन्दी}}</ref>