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इस शाखा के अंदर भी, बुगिनी भाषा कांपालागियाई के साथ एक समूह में है, जो [[सुमात्रा]], [[रिआउ]], [[कालिमांटन]], [[सबह]], [[मलय प्रायद्वीप]] इत्यादि में बोली जाती है।
 
==लिपीलिपि==
[[चित्र:बुगिनी लिपि उदाहरण.jpg|600px|thumb|बुगिनी लिपि में लिखा कोई ग्रंथ।]]
 
पारंपरिक रूप से बुगिनी भाषा [[ब्रह्मी लिपि|ब्राह्मी]] परिवरपरिवार की लोन्तरा लिपि में लिखी जाती थी, जो [[मकास्सर भाषा|मकास्सर]] और [[मन्दर भाषा|मन्दर]] भाषाओं के लिए भी प्रयुक्त होती है। लोन्तर नाम मलय शब्द पाल्मिरा ताड़, लोन्तर, से निकला है जिसकए पत्तों से पारंपरिक रूप से [[भारत]], [[दक्षिण पूर्व]] एशिया, और [[इंडोनेशिया]] में पांडुलिपियाँ[[पांडुलिपि]]याँ निर्मित की जाती थी। हालाँकि आज इस भाषा को लिखने के लिए प्रायः [[रोमन वर्णमाला]] का उपयोग किया जाता है।
 
==बाहरी कड़ियाँ==