"जगन्नाथ मन्दिर, पुरी": अवतरणों में अंतर

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|accessdate
}}</ref>। मंदिर के जगमोहन और विमान भाग इनके शासन काल ([[१०७८]] - [[११४८]]) में बने थे। फिर सन [[११७११९७]] में जाकर उड़िया शासक अनंग भीम देव ने इस मंदिर को वर्तमान रूप दिया था। <ref>{{cite web
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|title=लॉर्ड जगन्नाथ: सिंबल ऑफ युनिटी एण्ड इंटीग्रेशन
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}}</ref>.
 
मंदिर में जगन्नाथ अर्चना सन [[१५५८]] तक होती रही। इस वर्ष अफगान जनरल [[काला पहाड़]] ने उड़ीसा पर हमला किया और मूर्तियां तथा मंदिर के भाग ध्वंस किए, रफूऔर जापूजा बंद करा दी। बाद में, रामचंद्र देब के [[खुर्दा]] में स्वतंत्र राज्य स्थापित करने पर, मंदिर और इसकी मूर्तियों की पुनर्स्थापना हुई। <ref>{{cite web
|url=http://www.jagannathpuri.blessingsonthenet.com/
|title=जगन्नाथ मंदिर