"अंतरराष्‍ट्रीय न्यायालय": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 52:
[[चित्र:Acceptation de la juridiction obligatoire de la Cour Internationale de Justice.png|center|600px|thumb|[[संयुक्त राष्ट्र]] के 72 सदस्य राष्ट्र (१ दिसम्बर २०१५ तक) जिन्होने अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के अनिवार्य क्षेत्राधिकार को स्पष्ट रूप से स्वीकार कर लिया है।]]
 
==स==
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
{{संयुक्त राष्ट्र}}पूरे विश्व से सम्मानित खंड पीठ व सम्मानित जस्टिस महोदय जी मै गणराज्य भारत से सिविल इंजीनियरिंग छात्र के रूप मे श्याम बिहारी महोदय जी दसको बीत गए लगातार पाकिस्तान और भारत के बीच आतंक हो या फिर कश्मीर का मुद्दा हो या मुंबई का हमला दोनों देशों मे कई हजार सैनिको व आम नागरिक की हत्या हुई है जोकि आज भी वही रवैया है महोदय जी पाकिस्तान पर अन्तराष्ट्रीय दबाव एक बार नहीं कई बार डाला गया लेकिन पाकिस्तान बाज नहीं आया बल्कि आतंक बढ़ाने का काम करता है मिलोट कश्मीर भारत का है या पाकिस्तान का या आतंक रोक पर काम आपकी खंड पीठ करें मिलोट ये सार्वजनिक काम है राजनैतिक अस्तर से बिल्कुल अलग होना चाहिए क्योकि दसक बीत गए आतंक को लेके देश वासियो मे दर्द पैदा है महोदय ये मेरा स्वयं की मन की बात नहीं देशवासियों के मन की बात है महोदय इसका परिणाम देशवासियों का भाग्य होगा जय अंतर्राष्ट्रीय सुप्रीम कोर्ट जय गणराज्य भारत
{{संयुक्त राष्ट्र}}
 
[[श्रेणी:संयुक्त राष्ट्र|न्यायालय, अन्तरराष्ट्रीय]]