"तमिल साहित्य": अवतरणों में अंतर
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तमिल साहित्य में संगम काल के पश्चात अगला महत्वपूर्ण काल आलवारों औ्र नयनारों द्वारा रचे गए भक्ति साहित्य का है। नैनारों की संख्या चार थी। ये शैव भक्त थे। आलवार १२ थे। ये विष्णु भक्त थे।
== बौद्ध और जैन साहित्य ==
== तमिल का कथा साहित्य ==
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