छो
2405:205:A0E9:82E8:9A23:44D9:7482:7F63 (Talk) के संपादनों को हटाकर Raju Jangid के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
छो 2405:205:A0E9:82E8:9A23:44D9:7482:7F63 (Talk) के संपादनों को हटाकर Raju Jangid के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 33:
[[चित्र:Nalanda University India ruins.jpg|thumb|250px|नालंदा के प्राचीन विश्वविद्यालय के अवशेष।]]
यह प्राचीन [[भारत]] में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। [[महायान]] [[बौद्ध धर्म]] के इस शिक्षा-केन्द्र में [[हीनयान]] बौद्ध-धर्म के साथ ही अन्य धर्मों के तथा अनेक देशों के छात्र पढ़ते थे। वर्तमान [[बिहार]] राज्य में [[पटना]] से ८८.५ किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और [[राजगीर]] से ११.५ किलोमीटर उत्तर में एक गाँव के पास [[अलेक्जेंडर कनिंघम]] द्वारा खोजे गए इस महान बौद्ध विश्वविद्यालय के
प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने ७ वीं शताब्दी में यहाँ जीवन का महत्त्वपूर्ण एक वर्ष एक विद्यार्थी और एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किया था।
प्रसिद्ध 'बौद्ध सारिपुत्र' का जन्म यहीं पर हुआ था।
|