"स्वच्छंद यौन संबंध": अवतरणों में अंतर
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कौनसा यौन व्यवहार स्वच्छंद संबंध की परिभाषा में आता है, यह सभ्यताओं के बीच भिन्न है। कई बार विपरीत लिंगों और नागरिक रुतबों के लिए अलग-अलग मानक अपनाए जाते हैं। [[नारीवाद|नारीवादी]] पारम्परिक रूप से उल्लेखनीय [[दुहरा नैतिक सिद्धांत|दुहरे नैतिक सिद्धांतों]] का हवाला देती आई हैं कि किस प्रकार से पुरुषों और स्त्रियों के स्वच्छंद यौन संबंध को समाज तय करता है। ऐतिहासिक रूप से जहाँ ऐसे सम्बंधों में शामिल महिला को ''[[वेश्या]]'', ''रखेल'', आदि कहा गया है जबकि इस संबंध में शामिल पुरुष को ''खिलाड़ी'', ''व्यभिचारी'' और ''प्रेमालापी'' कहा गया है। २००५ में किए गए एक अध्ययन में स्वच्छंद यौन संबंध में शामिल पुरुषों और स्त्रियों के प्रति समाज का रवय्या एक जैसा पाया गया था।<ref>{{cite journal | last1 = Marks | first1 = Michael | last2 = Fraley | first2 = R. | year = 2005 | title = The Sexual Double Standard: Fact or Fiction? | url = | journal = Sex Roles | volume = 52 | issue = 3–4| pages = 175–186 | doi=10.1007/s11199-005-1293-5}}</ref>
स्वच्छंद यौन संबंध कई जानवरों की प्रजातियों में पाया गया है।
==सन्दर्भ==
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