"वासवदत्ता": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 20:
:वानरसेनामिव सुग्रीवांगदोपशोभिताम्।
 
=== अर्थात् वानरों की सेना के समान [[सुग्रीव]] (युवतीपक्ष में सुन्दरग्रीव) और [[अंगद]] (युवतीपक्ष में अंगद नामक आभूषण विशेष) से सुशोभित थी। ===
 
श्लेष के पश्चात् [[विरोधाभास]] (विरोध के समान प्रतीति) अलंकार का प्रयोग आधिक्य से पाया जाता है। विरोधाभास में श्लेष की सहायता से वास्तविक अर्थ की प्रतीति होती है। उदाहरतः
:‘अग्रहेणापि काव्यजीवज्ञेन’।