"संयुक्त राष्ट्र": अवतरणों में अंतर

No edit summary
छो बॉट: लेख के शीर्षक अनुसार कड़ी बदल रहा
पंक्ति 14:
'''संयुक्त राष्ट्र''' ({{lang-en|United Nations}}) एक [[अन्तर्राष्ट्रीय संगठन|अंतरराष्ट्रीय संगठन]] है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। '''संयुक्त राष्ट्र''' की स्थापना [[२४ अक्टूबर]] [[१९४५]] को [[संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र]] पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई।
 
[[द्वितीय विश्वयुद्ध]] के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में [[सुरक्षा परिषद]] वाले सबसे शक्तिशाली देश ([[संयुक्त राज्य अमेरिका]], [[फ़्रांस]], [[रूस]] और [[संयुक्तयूनाइटेड राजशाहीकिंगडम]]) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे।
 
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में १९३ देश है, विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश। इस संस्था की संरचन में [[संयुक्त राष्ट्र आम सभा|आम सभा]], [[सुरक्षा परिषद]], [[आर्थिक व सामाजिक परिषद]], [[सचिवालय]] और [[अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय]] सम्मिलित है।
पंक्ति 48:
[[भारत]] काफी लम्बे समय से यह कोशिश कर रहा है कि हिंदी भाषा को संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषाओं में शामिल किया जाए। भारत का यह दावा इस आधार पर है कि हिन्दी, विश्व में बोली जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी भाषा है और विश्व भाषा के रूप में स्थापित हो चुकी है। भारत का यह दावा आज इसलिए और ज्यादा मजबूत हो जाता है क्योंकि आज का भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के साथ-साथ चुनिंदा आर्थिक शक्तियों में भी शामिल हो चुका है।<ref>[http://www.sahchar.com/2017/10/25/%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AF%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%98-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B9/%20%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AF%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%20%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%20%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%98%20%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80 ]</ref>
 
२०१५ में [[भोपाल]] में हुए [[विश्व हिंदी सम्मेलन]] के एक सत्र का शीर्षक ‘विदेशी नीतियों में हिंदी’ पर समर्पित था, जिसमें हिंदी को संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा में से एक के तौर पर पहचान दिलाने की सिफारिश की गई थी। हिन्दी को अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर प्रतिष्ठित करने के लिए फरवरी 2008 में [[मॉरीसस|मॉरिसस]] में भी [[विश्व हिंदी सचिवालय]] खोला गया था।
 
संयुक्त राष्ट्र अपने कार्यक्रमों का [[संयुक्त राष्ट्र रेडियो]] [http://www.unmultimedia.org/radio/hindi/about/ वेबसाईट] पर हिंदी भाषा में भी प्रसारण करता है। कई अवसरों पर भारतीय नेताओं ने यू एन में हिंदी में वक्तव्य दिए हैं जिनमें १९७७ में [[अटल बिहारी वाजपेयी]] का हिन्दी में भाषण, सितंबर, 2014 में 69वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री [[नरेन्द्र मोदी]] का वक्तव्य, सितंबर 2015 में संयुक्त राष्ट्र टिकाऊ विकास शिखर सम्मेलन में उनका संबोधन, अक्तूबर, 2015 में विदेश मंत्री [[सुषमा स्वराज]] द्वारा 70वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधन <ref>[http://punjabkesari.com/editorial/sushmas-memorial-speech-after-atal-ji/ अटल जी के बाद सुषमा का यादगारी भाषण]</ref> और सितंबर, 2016 में 71वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को विदेश मंत्री द्वारा संबोधन शामिल है।
 
== उद्देश्य ==