"राष्ट्रमण्डल के प्रमुख": अवतरणों में अंतर

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'''राष्ट्रमण्डल के प्रमुख''', का पद, [[राष्ट्रमण्डल|५३ राष्ट्रों के राष्ट्रमण्डल]] का एक औपचारिक अध्यक्षात्मक पद है। [[राष्ट्रमण्डल]] या [[राष्ट्रकुल]], ५३ मुख्यतः राष्ट्रों का एक [[अंतर्राष्ट्रीय संगठन]] है, जो पूर्वतः [[संयुक्तयूनाइटेड राजशाहीकिंगडम]] के [[उपनिवेश]] या परिराज्य हुआ करते थे। यह पद केवल एक रितिस्पद पद है, जिसके पदाधिकारी का इस संगठन के दैनिक कार्यों में किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं है। इस पद के [[कार्यकाल]] की कोई समय-सीमा नहीं है, और परंपरागत रूप से इस पद व उत्पाद को [[ब्रिटिश संप्रभु]] पर निहित किया गया है।
 
[[ब्रिटिश संप्रभु]] को पूर्वतः, [[राष्ट्रमण्डल]] के सारे देशों के शासक होने का दर्जा प्राप्त था, परंतु [[भारत]] की स्वतंत्रता के बाद, भारत ने स्वयं को एक [[गणराज्य]] घोषित कर दिया, और [[भारत के सम्राट]] के पद को खत्म कर दिया गया। बहरहाल, [[भारत]] ने राष्ट्रमण्डल का एक सदस्य रहना स्वीकार किया। इसके पश्चात, राष्ट्रमण्डल के प्रमुख के इस पद को एक गैर-राजतांत्रिक, औपचारिक अध्यक्षात्मक उपदि के रूप में स्थापित किया गया था। कथित तौर पर, राष्ट्रमण्डल के प्रमुख को, "स्वतंत्र सदस्य राष्ट्रों की मुक्त सहचार्यता का प्रतीक" माना गया है।