"ग्रेटर नोएडा": अवतरणों में अंतर
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नोएडा में हुए विकास का जायजा लिया गया तो सरकार को लगा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को और अधिक विस्तृत किया जा सकता है इससे भारत की अर्थव्यवस्था और भी सुदृढ़ होगी। अतएव उन्नीस सौ नब्बे के दशक में ग्रेटर नोएडा की नींव रखी गयी। पहले ग्रेटर नोएडा का मुख्य कार्यालय नोएडा के सेक्टर 20 में अस्थायी रूप से खोला गया और वरिष्ठ आई॰ए॰एस॰ अधिकारी [[योगेन्द्र नारायण]] को इसका चेयरमैन तथा गणेश शंकर त्रिपाठी को उनका सचिव नियुक्त किया गया। बाद में जब शुरुआती तीन सेक्टर - अल्फ़ा, बीटा और गामा कुछ-कुछ बसने लगे तो इसका प्रशासनिक कार्यालय भी ग्रेटर नोएडा में रामपुर जागीर गाँव के सामने सेक्टर गामा-II में स्थापित हो गया।
=== क्रान्तिकारियों की शरणगाह ===
[[गौतम बुद्ध नगर जिला]] गजेटियर के अनुसार यहाँ [[यमुना]] व हिण्डन नदियों की दोआब (खादर) जमीन पर बसे गाँवों नलगढ़ा, तुगलपुर व रामपुर जागीर में [[विजय सिंह पथिक]], [[कोतवाल घनसिंह गुर्जर]], पं॰ रामप्रसाद 'बिस्मिल', [[उमरावसिंह]] [[गुर्जर]] [[चंद्रशेखर आजाद]] व [[भगत सिंह]] आदि छिपकर अपनी योजनायें बनाया करते थे। एक्सप्रेस वे के किनारे बसे नलगढ़ा गाँव में तो वह पत्थर आज भी सुरक्षित रखा हुआ है जिस पर [[भगत सिंह]] ने दिल्ली असेम्बली बम काण्ड से पूर्व कई बार बम परीक्षण करके देखा था। परीचौक पर गुर्जर शोध संस्थान व विजय सिंह पथिक ऑडिटोरियम स्थित है। इसी प्रकार रामपुर जागीर [[गाँव]], जहाँ [[काकोरी काण्ड]] के मास्टरमाइण्ड [[राम प्रसाद 'बिस्मिल']] सन् 1919 में मैनपुरी षड्यन्त्र के पश्चात् भूमिगत रहे थे, उसकी स्मृति जनमानस में ताज़ा बनी रहे इसके लिये सेक्टर बीटा वन के ई ब्लॉक में "अमर शहीद पं॰ रामप्रसाद बिस्मिल उद्यान"<ref name="जागरण">{{cite news |title=वतन की ख्वाहिशों पे जिंदगानी कुर्बान |first= |last= |url= |newspaper= [[दैनिक जागरण]], [[नई दिल्ली]]|page=24 |date=12 अगस्त 2012 |accessdate=2 फ़रवरी 2014}}</ref> स्थापित किया गया है।
== सांख्यकी व रहन-सहन ==
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