"श्रीकांत वर्मा": अवतरणों में अंतर
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[[काव्य]]
भटका मेघ, माया दर्पण, दिनारम्भ, जलसाघर, मगध, गरुड़ किसने देखा है
[[कहानी संग्रह]]
झाड़ी, संवाद, घर, ठंड, बास, साथ
[[उपन्यास]]
दूसरी बार
[[आलोचना]]
जिरह
[[यात्रा वृत्तान्त]]
अपोलो का रथ
[[साक्षात्कार]]
बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में
[[कविता संकलन का कार्य]]
मुक्तिबोध के काव्य संग्रह 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' की कविताओं का संकलन
<ref>{{cite web |url= http://pratilipi.in/shrikant-verma/|title=श्रीकांत वर्मा|accessmonthday=[[१६ दिसंबर]]|accessyear=[[२००९]]|format=|publisher=प्रतिलिपि|language=}}</ref>
श्रीकांत वर्मा को [[१९७३]] में [[मध्यप्रदेश]] सरकार का 'तुलसी पुरस्कार'; [[१९८३]] में 'आचार्य नन्ददुलारे वाजपेयी' पुरस्कार; [[१९८०]] में 'शिखर सम्मान'; [[१९८४]] में कविता पर [[केरल]] सरकार का 'कुमार आशान' राष्ट्रीय पुरस्कार; [[१९८७]] में मगध नामक कविता संग्रह के लिये मरणोपरांत [[साहित्य अकादमी पुरस्कार]] प्रदान किए गए।
{{हिन्दी साहित्यकार (जन्म १९३१-१९४०)}}
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